Edited By ,Updated: 13 Nov, 2015 07:44 PM
नोबेल पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी ने बाल दिवस की पूर्व संध्या पर आज बच्चों को जारी अपने संदेश में कहा कि वह ‘स्वयं के नायक या आदर्श बनें।’
नई दिल्ली: नोबेल पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी ने बाल दिवस की पूर्व संध्या पर आज बच्चों को जारी अपने संदेश में कहा कि वह ‘स्वयं के नायक या आदर्श बनें।’ बाल अधिकार कार्यकर्ता सत्यार्थी ने एक संदेश में कहा,‘‘आप न केवल भविष्य हैं बल्कि वर्तमान भी हैं। वे दिन बीत गए जब एक बच्चा अपने परिवार या देश तक ही सीमित रहता था। अब आप जो सोचते हैं और करते हैं, चाहे सफल हों या असफल, उसका प्रभाव पूरे विश्व पर पड़ता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए आपको समाज को बांटने वाली बाधाओं को तोड़ देना चाहिए और अपने मस्तिष्क और हृदय को एकदूसरे से और बाकी विश्व से जोडऩा चाहिए।’’ उन्होंने कहा,‘‘आपमें से प्रत्येक के भीतर एक नायक है। आप प्रतिदिन एक अच्छा कार्य करके स्वयं के आदर्श बन सकते हैं तब आप कृत्रिम लोगों की आेर क्यों देखते हैं?’’