Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Jan, 2018 06:26 PM
संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत के खिलाफ आंदोलन कर रही राजपूत करणी सेना ने हाल में हुई हिंसा की घटनाओं में उनका हाथ होने से इन्कार किया है लेकिन साथ ही उन्होंने कहा कि वह फिल्म का विरोध जारी रखेंगे। संगठन के संरक्षक लोकेन्द्र सिंह कालवी ने...
नई दिल्ली(वार्ता): संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत के खिलाफ आंदोलन कर रही राजपूत करणी सेना ने हाल में हुई हिंसा की घटनाओं में उनका हाथ होने से इन्कार किया है लेकिन साथ ही उन्होंने कहा कि वह फिल्म का विरोध जारी रखेंगे। संगठन के संरक्षक लोकेन्द्र सिंह कालवी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यह फिल्म एक “साम्प्रदायिक गुंडागर्दी” है जिसका आखिरी दम तक विरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कल गणतंत्र दिवस के सम्मान में विरोध प्रदर्शन स्थगित रखे गए थे लेकिन अब फिर से विरोध शुुरू कर दिया गया है।
करणी सेना ने की बस ड्राइवर की मदद
कालवी के अनुसार विरोध प्रदर्शनों के नाम पर आगजनी और तोड़फोड़ तथा विशेष रूप से गुड़गांव में एक स्कूल बस पर पथराव की जो घटना हुई है उसके पीछे करणी सेना का कोई हाथ नहीं है। उन्होंने दावा किया कि स्कूल बस के ड्राइवर ने खुद कहा कि करणी सेना के कार्यकर्ताओं को जब यह पता चला की बस में स्कूली बच्चे हैं तो उन्होंने बस को सुरक्षित आगे जाने में मदद की लेकिन इसी दौरान पीछे से मोटरसाइकिल पर सवार कुछ लोग आए और बस पर पत्थर फेंक कर भाग गए।
असमाजिक तत्वों ने मचाया उपद्रव
कालवी ने कहा कि वह चाहते हैं कि इस घटना की जांच देश की सर्वोच्च जांच एजेंसी करे ताकि सच सबके सामने आए। अहमदाबाद में एक सिनेमाहाल में आगजनी और 30—40 मोटरसाइकिलों को अाग के हवाले करने की वारदात पर भी उन्होंने कहा कि ऐसा करणी सेना के लोग नहीं बल्कि असमाजिक तत्व थे क्योंकि जब वह खुद घटनास्थल पर पहुंचे तो वहां उपद्रव कर रहे युवक न तो उन्हें पहचान पाये और न ही वह उन लोगों को पहचानते थे।