Edited By Seema Sharma,Updated: 18 Jul, 2019 06:40 PM
कर्नाटक संकट के बीच गुरुवार को राज्य के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने गुरुवार को अपना विश्वास मत पेश किया। इस दौरान कांग्रेस के दो विधायक गैरहाजिर रहे। विश्वास मत पेश करते हुए कुमारस्वामी ने कहा
बेंगलुरु: कर्नाटक में मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी को एक दिन की और राहत मिल गयी। विधानसभा अध्यक्ष के आर रमेश ने सदन की कार्यवाही कल सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दी है। दूसरी और भाजपा अध्यक्ष बी एस येदियुरप्पा ने कहा कि विश्वास मत पर फैसला होने तक वे सदन में ही रहेंगे और भाजपा के सभी विधायक सदन में ही सोएंगे।
कुमारस्वामी ने अपनी सरकार के समर्थन में सुबह सदन में विश्वासमत पेश किया था जिस पर चर्चा जारी रही। विपक्ष ने मांग की थी कि विश्वास मत पर प्रक्रिया आज ही पूरी होनी चाहिए। इस संबंध में उन्होंने राज्यपाल से मुलाकात की और मांग की विश्वासमत पर आज ही फैसला होना चाहिए।
इससे पहले कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला ने विधानसभा अध्यक्ष से एच डी कुमारस्वामी द्वारा पेश विश्वास मत प्रस्ताव की प्रक्रिया गुरुवार को ही पूरी करने को कहा। विधानसभा अध्यक्ष के आर रमेश कुमार ने कहा कि राज्यपाल ने उन्हें विश्वास मत की प्रक्रिया को आज ही पूरा करने को कहा। मुख्य विरोधी दल भाजपा ने राज्यपाल से अनुरोध किया था कि वो विधानसभा अध्यक्ष को निर्देश दें कि वह मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी द्वारा पेश किए गए विश्वास मत के प्रस्ताव पर गुरुवार को ही मतदान करवाएं। भाजपा को आशंका थी कि सत्ताधारी गठबंधन कांग्रेस और जद(एस) मामले को विलंबित करने के लिये हथकंडे अपना रहे हैं।
सदन में भाजपा और कुमारस्वामी सरकार का संख्याबल
सदन में सत्ताधारी गठबंधन का संख्याबल 117 हैं..जिसमें कांग्रेस के 78, जदएस के 37, बसपा का एक और एक नामित सदस्य हैं। इसके अलावा विधानसभाध्यक्ष हैं। दो निर्दलीयों के समर्थन से 225 सदस्यीय विधानसभा में विपक्षी भाजपा के पास 107 विधायक हैं। यदि 16 विधायकों के इस्तीफे स्वीकार हो जाते हैं तो सत्ताधारी गठबंधन का संख्याबल कम होकर 101 हो जाएगा। इससे 13 महीने पुरानी कुमारस्वामी सरकार अल्पमत में आ जाएगी।