Edited By Pardeep,Updated: 15 May, 2018 11:11 PM
कर्नाटक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जादू के बल पर भाजपा सबसे आगे चल रही है लेकिन वह स्पष्ट बहुमत से थोड़ा पिछड़ती दिख रही है। वहीं कांग्रेस ने पूरी तरह से नतीजे आने से पहले ही जेडीएस को किया समर्थन देने का ऐलान कर दिया है। हालांकि जेडीएस की तरफ...
बेंगलुरु: कर्नाटक में भाजपा को भले ही बहुमत से कम सीटें मिली हों लेकिन वह वहां सबसे बड़े सियासी दल के तौर पर उभरकर सामने आई है और एक बार फिर सियासी मानचित्र पर उसने अपनी पकड़ और मजबूत कर ली है। भाजपा और कांग्रेस - जदएस भले ही राज्यपाल के पास सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि यह भाजपा के खाते में आने वाला नवीनतम राज्य होगा या नहीं।
- भाजपा राज्य की 222 सीटों में से 104 सीटों जीत चुकी है। कांग्रेस की सीटें सिमटकर 78 रह गई हैं। भाजपा ने 2013 में यहां सिर्फ 40 सीटें जीती थीं।
- जद-एस महज 37 सीटों पर जीती है। भाजपा और उसके सहयोगी देश के 29 राज्यों में से फिलहाल 20 राज्यों में सत्ता में हैं। इनमें से 16 राज्यों में पार्टी का बहुमत है।
मोदी और अमित शाह की जोड़ी की एक और जीत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2014 में सत्ता में आने और उनके करीबी सहयोगी अमित शाह के पार्टी का नेतृत्व संभालने के बाद भाजपा एक के बाद राज्यों में सत्ता में आती जा रही है। केंद्र में सत्ता में आने से पहले महज पांच राज्यों में उसकी सरकार थी। केंद्र में आने के बाद उसने 11 और राज्य अपनी झोली में डाले हैं।
कांग्रेस का जद-एस को समर्थन का ऐलान
कांग्रेस की मौजूदगी लगातार कम होती दिख रही है और अब केंद्र शासित पुड्डुचेरी के अलावा पार्टी की महज दो राज्यों पंजाब और मिजोरम में सरकार है। जद-एस के साथ कांग्रेस का गठबंधन अगर बनता है तो वह कर्नाटक में सरकार बनाकर भाजपा के खाते में इस राज्य को जाने से रोक सकती है। कांग्रेस पहले ही पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा के नेतृत्व वाली पार्टी को अपने समर्थन की पेशकश कर चुकी है।
आप के सभी उम्मीदवारों की जमानत जब्त
वहीं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) ने 28 उम्मीदवार खड़े किए थे, इन सभी की जमानत जब्त हो गई है। कर्नाटक विधानसभा के आज आए नतीजों में आप का एक भी उम्मीदवार तीन हजार मत हासिल करने में सफल नहीं हुआ। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार 28 में से 19 उम्मीदवार तो एक हजार वोट भी प्राप्त नहीं कर पाए।