Edited By Anil dev,Updated: 15 May, 2018 10:38 AM
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए डाले गए मतों की गणना शुरू होने के एक घंटे के बाद मिले शुरूआती रूझानों के मुताबिक भाजपा ने सौ का आकड़ा पार कर लिया है। भाजपा राज्य में बहुमत के करीब है। वहीं बात करें तो यह जीत भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए अहम है।
नई दिल्ली: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए डाले गए मतों की गणना शुरू होने के एक घंटे के बाद मिले शुरूआती रूझानों के मुताबिक भाजपा ने सौ का आकड़ा पार कर लिया है। भाजपा राज्य में बहुमत के करीब है। वहीं बात करें तो यह जीत भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए अहम है।
नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद पंजाब को छोड़ दिया जाए तो कांग्रेस लगातार राज्यों में सरकार गंवाती जा रही है, लेकिन कर्नाटक में जीत मिलने की स्थिति में उसका खोया विश्वास लौट सकता है और वह बीजेपी को इस साल होनेवाली तीन विधानसभा चुनावों में तगड़ी चुनौती दे सकती है। दूसरी तरफ, बीजेपी 'दक्षिण के द्वार' में जीत हासिल करके 2019 के लिए लय बरकरार रखना चाहती है। अगर भाजपा को जीत हासिल होती है तो यह विपक्षी दलों के लिए एक बड़ा झटका माना जाएगा।
वहीं आपको बतां दे कि हाल ही में संपन्न हुआ कर्नाटक विधानसभा चुनाव राजनीतिक पार्टियों और उनके द्वारा खर्च किए गए धन के मामले में देश में आयोजित अब तक का सबसे महंगा विधानसभा चुनाव रहा। यह सर्वेक्षण सेंटर फॉर मीडिया स्टडीज ने किया है। यह सेंटर खुद को अपनी वेबसाइट पर एक गैर सरकारी संगठन और थिंक टैंक बताता है। इसके द्वारा किए गए सर्वेक्षण में कर्नाटक चुनाव को च्धन पीने वालाज् बताया है। सीएमएस के अनुसार विभिन्न राजनीतिक पार्टियों और उनके उम्मीदवारों द्वारा कर्नाटक चुनाव में 9,500-10,500 करोड़ रुपए के बीच धन खर्च किया गया। यह खर्चा राज्य में आयोजित पिछले विधानसभा चुनाव के खर्च से दोगुना है।