Edited By Anil dev,Updated: 17 May, 2018 01:09 PM
कर्नाटक विधानसभा के नतीजें बेहद ही दिलचस्प आए हैं। इस चुनाव में बीजेपी एक बड़ी पार्टी के तौर पर उभरने के बाद भी पूर्ण बहुमत हासिल नहीं कर पाई। हालांकि इसके बाद भी आज राज्य में बीजेपी के येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है और वो तीसरी बार...
नई दिल्ली: कर्नाटक विधानसभा के नतीजें बेहद ही दिलचस्प आए हैं। इस चुनाव में बीजेपी एक बड़ी पार्टी के तौर पर उभरने के बाद भी पूर्ण बहुमत हासिल नहीं कर पाई। हालांकि इसके बाद भी आज राज्य में बीजेपी के येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है और वो तीसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री बन गए है। कांग्रेस+जेडीएस के गठबंधन के पास 78+38 (116) सीटें होने के बाद भी राज्यपाल ने सरकार बनाने का पहला न्यौता बीजेपी को दिया है इसके साथ ही पार्टी को बहुमत साबित करने के लिए 15 दिन का वक्त भी दिया गया है।
BJP इन विकल्पों के आधार पर कर सकती है बहुमत साबित
- भाजपा के पास 104 विधायक हैं, कुमारस्वामी के एक सीट खाली होने के बाद बहुमत साबित करने के लिए 111 विधायक की जरूरत है। ऐसे में उसे 7 विधायकों के समर्थन की जरूरत होगी।
- कांग्रेस और जेडीएस के विधायकों को सदस्यता बरकरार रखने के साथ तोडऩा मुश्किल है, क्योंकि कांग्रेस को तोडऩे के लिए 52 विधायक तो जेडीएस को तोडऩे को 26 विधायक को बागी बनाना होगा।
- मिल रही जानकारी के अनुसार कांग्रेस के 04 विधायक बैठक में शामिल नहीं हो रहे हैं। बताया जाता है कि कुमारस्वामी के 13 विधायक भी नाराज चल रहे हैं।
- भाजपा को बहुमत के लिए या तो अपने पक्ष में वोट देने के लिए 7 विधायक चाहिए या फिर 15 विधायकों को बहुमत साबित करने के समय अनुपस्थित रहने को कहना पड़ेगा ।
- अगर भाजपा को केपीजेपी के एक, बीएसपी के एक और एक निर्दलीय विधायक का समर्थन मिल जाता है तो उसके पास 107 विधायक होंगे, जिसके बाद उसे केवल 04 विधायकों का समर्थन चाहिए।