Edited By vasudha,Updated: 11 Jul, 2019 01:24 PM
कांग्रेस ने वीरवार को फिर से राज्यसभा में कर्नाटक का मुद्दा उठाया और अपना विरोध दर्ज करते हुए बजट पर चर्चा के दौरान सदन से बहिर्गमन किया। सदन की कार्यवाही जब 11 बजे शुरू हुई तो सभापति एम वेंकैया नायडू ने कल से जारी बजट पर चर्चा को आगे बढ़ाते हुए शिव...
नेशनल डेस्क: कांग्रेस ने वीरवार को फिर से राज्यसभा में कर्नाटक का मुद्दा उठाया और अपना विरोध दर्ज करते हुए बजट पर चर्चा के दौरान सदन से बहिर्गमन किया। सदन की कार्यवाही जब 11 बजे शुरू हुई तो सभापति एम वेंकैया नायडू ने कल से जारी बजट पर चर्चा को आगे बढ़ाते हुए शिव सेना के अनिल देसाई को अपने कल के अधूरे भाषण को पूरा करने के लिए कहा।
इस बीच कांग्रेस के उपनेता आनंद शर्मा ने कर्नाटक और गोवा का मुद्दा उठाते हुए कहा कि राज्य में चुनी हुई सरकार को गिराने के लिए हथकंडे अपनाये जा रहे हैं और गिरफ्तारी हुई है। उन्होंने कहा कि भाजपा की भूख खत्म नही हुई है, वह लोगों को खरीदने और अगवा करने में लगी है यह लोकतंत्र पर हमला है। यह कहकर शर्मा उत्तेजित हो गए और सभी कांग्रेस सदस्य अपने सीटों से खड़े होकर शोर शराबा करने लगे और सदन से उठ कर बहार चले गये।
कांग्रेस के साथ साथ राष्ट्रीय जनता दल के मनोज झा भी उठ कर सदन से बाहर चले गये। तब नायडू ने कहा कि कल इस बात पर सहमती हुई थी कि आज सुबह से चर्चा होगी लेकिन सदस्य राज्यों का मुद्दा उठाने लगे। उन्होंने कहा किमेरा यह कर्तव्य बनता है कि वह लोगों को अपनी सीट पर जाने को कहें लेकिन कोई दूसरी पार्टी में न जाये यह कहना मेरा काम नही है। इस मुद्दे को आप लोग बाहर सुलझायें सदन में न उठायें।'' इसके बाद देसाई ने अपना भाषण पूरा किया और भाकपा के डी राजा बोले। इसबीच दस मिनट बाद कांग्रेस के सदस्य दुबारा फिर सदन में लौट आये और उन्होंने चर्चा में भाग लिया।