Edited By Seema Sharma,Updated: 06 May, 2020 03:03 PM
कोरोना संकट के बीच कर्नाटक की बीएस येदियुरप्पा सरकार ने लॉकडाउन से प्रभावित समूहों के लिए 1,600 करोड़ रुपए से ज्यादा राहत पैकेज की घोषणा की है। पैकेज से किसानों, लघु, कुटीर एवं मध्य उपक्रमों, हथकरघा बुनकरों, फूलों की खेती करने वालों, धोबियों,...
नेशनल डेस्कः कोरोना संकट के बीच कर्नाटक की बीएस येदियुरप्पा सरकार ने लॉकडाउन से प्रभावित समूहों के लिए 1,600 करोड़ रुपए से ज्यादा राहत पैकेज की घोषणा की है। पैकेज से किसानों, लघु, कुटीर एवं मध्य उपक्रमों, हथकरघा बुनकरों, फूलों की खेती करने वालों, धोबियों, नाइयों, ऑटो और टैक्सी चालकों समेत अन्य को लाभ मिलेगा। कर्नाटक सरकार ने 11 प्रतिशत आबकारी/उत्पाद शुल्क वृद्धि की घोषणा की, जो बजट में घोषित छह फीसदी की वृद्धि के अतिरिक्त है। कर्नाटक सरकार के पैकेज के आधार पर फूल विक्रेताओं को प्रति हेक्टेयर 25,000 रुपए की राहत मिलेगी। धोबी और नाइयों के लिए एकमुश्त 5,000 रुपए का मुआवजा दिया जाएगा। ऑटो और टैक्सी चालकों को एक बारगी 5,000 रुपए की राहत मिलेगी।
वहीं निर्माण श्रमिकों को पहले से मिले 2,000 रुपए के अलावा 3,000 रुपए और दिए जाएंगे। बता दें कि Covid-19 से के कारण देशभर में लगाए गए लॉकडाउन से हर वर्ग के लोगों को परेशानी हो रही है खासकर उनको ज्यादा जो रोज कमाते और खाते थे। शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में नाइयों, धोबियों जैसे पेशेवरों को भी लॉकडाउन ने खासा प्रभावित किया है। सरकार ने 60,000 तक लाभ के लिए प्रत्येक को 5,000 रुपए का एकमुश्त मुआवजा देने का फैसला किया है। हथकरघा श्रमिकों को भी उनके बैंक खातों में 2,000 रुपए आ जाएंगे। इसके साथ ही सरकार ने कहा कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSMEs) में बिजली बिलों पर दो महीने की छूट होगी। बड़े उद्योगों के बिजली बिल दो महीने के लिए टाल दिए जाएंगे।