Edited By Yaspal,Updated: 21 Sep, 2022 06:56 PM
बेंगलुरु के कुछ हिस्सों में बुधवार को मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई की तस्वीर वाले ऐसे पोस्टर लगाए गए, जिन पर ‘पेसीएम' लिखा हुआ था। ये पोस्टर ऑनलाइन भुगतान ऐप पेटीएम से मिलते-जुलते थे
नेशनल डेस्कः बेंगलुरु के कुछ हिस्सों में बुधवार को मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई की तस्वीर वाले ऐसे पोस्टर लगाए गए, जिन पर ‘पेसीएम' लिखा हुआ था। ये पोस्टर ऑनलाइन भुगतान ऐप पेटीएम से मिलते-जुलते थे। पोस्टर में बने क्यूआर कोड के बीच में बोम्मई की तस्वीर लगाते हुए लिखा गया था, “40 फीसदी यहां लिया जाता है।” यह घटनाक्रम कांग्रेस द्वारा राज्य सरकार के खिलाफ चलाए जा रहे एक आक्रामक अभियान के बीच हुआ है। पार्टी ने राज्य सरकार पर सार्वजनिक ठेके देने और सरकारी पदों पर भर्ती करने में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है।
ठेकेदारों के संगठन ने हाल में आरोप लगाया था कि ठेकेदारों को लोक निर्माण से जुड़े ठेके हासिल करने के लिए 40 प्रतिशत कमीशन देना होता है। सरकार ने इस आरोप को पूरी तरह खारिज कर दिया। अधिकारियों को घटनाक्रम की जानकारी मिलते ही शहर से संबंधित पोस्टर हटा दिए गए। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आरोप लगाया कि यह कांग्रेस की करतूत है।
भाजपा के राज्य मीडिया प्रकोष्ठ के प्रभारी करुणाकर खसले ने कहा, ‘‘निस्संदेह यह कांग्रेस की करतूत है। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई जांच का आदेश दे चुके हैं और इस शरारत में शामिल लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किये गये हैं।'' उन्होंने कहा कि भाजपा की प्रदेश इकाई ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि इस कृत्य में शामिल लोगों का पता लगाया जाए। खसले ने कांग्रेस को चुनौती दी कि या तो वह भ्रष्टाचार के सबूत दे या सरकार से माफी मांगे। इस बीच, कांग्रेस के सूत्रों ने नाम जाहिर नहीं होने की शर्त पर कहा कि ‘पोस्टर अभियान' के पीछे कुछ पार्टी कार्यकर्ता हो सकते हैं।