Edited By ,Updated: 15 May, 2017 11:45 AM
कश्मीर की फुटबाल खिलाड़ी अफ्शां आशिक ने 3 सप्ताह पहले पहली बार अपने जीवन में पत्थर उठाया और पत्थरबाजी की। पुलिसकर्मियों पर पत्थर फैंकने वाली उसकी एक तस्वीर सामने आई है............
श्रीनगर: कश्मीर की फुटबाल खिलाड़ी अफ्शां आशिक ने 3 सप्ताह पहले पहली बार अपने जीवन में पत्थर उठाया और पत्थरबाजी की। पुलिसकर्मियों पर पत्थर फैंकने वाली उसकी एक तस्वीर सामने आई है जिससे घाटी में पत्थरबाजों की एक नई छवि नजर आ रही है। पटियाला के प्रतिष्ठित नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ स्पोर्टस में प्रशिक्षण लेने वाली अफ्शां ने बताया कि उस दुर्भाग्यपूर्ण दिन मैंने जो किया था उसे लेकर मुझे कोई पछतावा नहीं है। उस क्षण जो परिस्थिति उत्पन्न हुई उस हिसाब से यह मेरी प्रतिक्रिया थी।
कश्मीरी एफ.सी. एकैडमी का संचालन करने वाली अफ्शां 70 युवाओं को प्रशिक्षण देती हैं। उनमें 40 लड़कियां और 30 लड़के हैं। शहर में छात्रों और कानून प्रवर्तन एजैंसियों के बीच एक संघर्ष के दौरान उनकी तस्वीर ली गई थी जो स्थानीय और राष्ट्रीय समाचार पत्रों की सुॢखयां बनी थी। उसने कहा कि वह छात्रों के समूह के साथ अभ्यास के लिए टी.आर.सी. मैदान की ओर जा रही थी। उसी समय वह जब झड़पों में फंस गईं तो पुलिसकर्मी ने उनके साथ गाली-गलौच किया और यहां तक कि उनके एक छात्र को थप्पड़ मार दिया जिससे उसको गुस्सा आ गया।
हमने आत्मरक्षा में पत्थरबाजी की और यह संदेश दिया कि लड़कियों को कमजोर नहीं माना जाना चाहिए। शनिवार को 21 वर्षीय फुटबॉल कोच ने टूरिस्ट रिसैप्शन सैंटर के मैदान में मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से मुलाकात की जहां पर उसने मुख्यमंत्री से खिलाडिय़ों विशेषकर लड़कियों को बेहतर सुविधाएं मुहैया सुनिश्चित करने का आग्रह किया।