Edited By Monika Jamwal,Updated: 03 Apr, 2020 10:44 AM
हर जगह कोरोना वायरस को लेकर खतरा है। लोगों में डर है।
श्रीनगर: हर जगी कोरोना वायरस को लेकर खतरा है। लोगों में डर है। आपदा की इस घड़ी में लोग एक दूसरे को मद्द देना चाहते हैं पर डर के मारे घर से बाहर नहीं आ पा रहे हैं। ऐसे में कश्मीर में एक ऐसा शख्स सामने आया है जो खुद की जिन्दगी की परवाह किये बिना दूसरों के लिए इस संकट की घड़ी में मसीहा का का काम कर रहा है। नाम है-निसार अहमद नजर। 45 वर्षीय यह व्यक्ति हाथ में स्प्रे की मशीन को लेकर इमारतों और गलियों को सेनिटाइज करता नजर आता है।
बरामूला जिले के बाटरगम रिफयाबाद का नजर ठान चुका है कि उसे अपनों को बचाना है। वो किसी पर निर्भर नहीं है बल्कि खुदद जिम्मेदार संभाल रहा है। निसार अहमद पेशे से एलआइसी का ऐजेंट है। रेनकोट, मास्क और दस्ताने पहनकर वह हर रोज गलियों और इमारतों को सेनिटाइज करता है। अपनी परवाह किये बिना वो अस्पताल, बैंक, गाड़ियों, मेडिकल यूनिटस को साफ करने का जिम्मा उठाये हुये है।
उसका कहना है,‘मैं समाज के लिए काम कर रहा हूं।’ जब सब ठीक हो जाएगा तो सब सही होगा। लोग मेरी आलोचना कर रहे हैं पर मुझे परवाह नहीं है क्योंकि सही काम कर रहा हूं।’ सिर्फ यही नहीं बल्कि वो पौधे लगाता है, प्लास्टिक जमा करता है और लोगों को अपने आस-पास को साफ रखने को भी कहता है। उसने रफियाबाद में सेव इन्वायरनमेंट नाम से एक अभियान चला रखा है।