Edited By Monika Jamwal,Updated: 09 Sep, 2020 05:19 PM
कश्मीर के सिल्क उद्योग की तरफ वल्र्ड बैंक का रूझान हो गया है। विश्व बैंकने सिल्क बिजनेस के लिए फंड दिये हैं और इससे कश्मीर में सिल्क उद्योग को नई पहचान मिलेगी।
श्रीनगर: कश्मीर के सिल्क उद्योग की तरफ वल्र्ड बैंक का रूझान हो गया है। विश्व बैंकने सिल्क बिजनेस के लिए फंड दिये हैं और इससे कश्मीर में सिल्क उद्योग को नई पहचान मिलेगी। सरकार को उम्मीद है कि इससे रोजगारकी संभावनए जागेंगी। नई मशीनरी आने के साथ ही उद्योगों से सिल्क की उत्पादन क्षमता बढ़ेगी। सिल्क फैक्टरी के मैनेजर जमीर के अनुसार इससे कश्मीर के लोगों को काम मिलेगा और हम मार्केट की उम्मीदों पर भी खरा उतर पाएंगे।
उन्होंने कहा कि 2014 की बाढ़ में सिल्क उद्योग को नुकसान हुआ था। बहुत सारी इमारतें ढह गई थी और पचास प्रतिशत से ज्यादा मशीनरी खराब हो गई थी। वर्करघर पर बैठने को विवश हो गये थे। उन्होंने कहा कि इस उद्योग से करीब 23 हजार परिवारों का घर चलता है। उन्होंने बतायाकि कश्मीर में कई लोग इस काम से जुड़े हैं। वो घर पर कच्चा माल तैयार करते हैं और फिर इसे फैक्टिरयों को बेच देते हैं।
उन्होंने कहा कि नई मशीने आने से उम्मीदे जागंेगी। उत्पादन बढ़ेगा। पहले हम पुरानी मशीनो की मरम्मत करके ही काम कर रहे थे। बशीर अहमद ने कहा कि हम इंतजार कर रहे हैं कि कब इमारत तैयार हो और काम शुरू हो। इस परियोजना पर ईरा के माध्यम से वल्र्ड बैंक ने पैसा लगाया है और इस पर करीब साढ़े 12 करोड़ का खर्च आएगा। सरकार भी शहतूत की पैदावार पर ध्यान रही है ताकि सिल्क के कीड़े पैदा किये जा सकें और सिल्क उद्योग को बढ़ावा मिले।