Edited By vasudha,Updated: 09 Jun, 2018 05:04 PM
मिशन 2019 में अब हर पार्टी अपनी किस्मत तलाशने की रणनीति बनाने में लग गयी है। जहां कांग्रेस में बैठकों का दौर चल रहा है तो वहीं इसी कड़ी में अब अरविंद केजरीवाल की पार्टी आप भी कूद गयी हैै...
नेशनल डेस्क: मिशन 2019 में अब हर पार्टी अपनी किस्मत तलाशने की रणनीति बनाने में लग गयी है। जहां कांग्रेस में बैठकों का दौर चल रहा है तो वहीं इसी कड़ी में अब अरविंद केजरीवाल की पार्टी आम आदमी पार्टी भी कूद गयी हैै। जिसके तहत सीएम ने रविवार को अपने सभी विधायकों और मंत्रियों की अहम बैठक बुलाई है। माना जा रहा है कि इस बैठक में 2019 लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति तैयार की जाएगी।
दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने की मांग
सूत्रों के अनुसार केजरीवाल दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने के मुद्दे पर चुनाव लड़ सकते हैं। पार्टी सातों लोकसभा क्षेत्रों में घर-घर कांग्रेस और भाजपा का मेनिफेस्टो लेकर जाएगी। जिसे लेकर केजरीवाल ने पार्टी विधायकों और मंत्रियों की बैठक बुलाई है। बता दें कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली को पूर्ण राज्य के मुद्दे पर तीन दिवसीय विधानसभा सत्र भी बुलाया था। यही वजह है कि आप अब इस मसले को चुनावी मुद्दा बनाना चाहती है।
कांग्रेस और आप गठबंधन की अटकलें हुई तेज
सूत्रों के मुताबिक लोकसभा चुनाव 2019 के लिए कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच सीटों के फॉर्मूले पर सहमति बन गई है। दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों में से 4 सीटों पर आम आदमी पार्टी जबकि 3 सीटों पर कांग्रेस लड़ सकती है। सूत्रों का ये भी कहना है कि कांग्रेस और आप गठबंधन कर दिल्ली के अलावा पंजाब और हरियाणा में भी एकसाथ चुनाव लड़ सकते है। पंजाब में 4 सीटों पर आम आदमी पार्टी जबकि 9 पर कांग्रेस चुनाव लड़ सकती है। वहीं, हरियाणा में एक सीट पर आप जबकि 9 सीटों पर कांग्रेस अपने उम्मीदवार उतार सकती है।