Edited By rajesh kumar,Updated: 25 Dec, 2020 06:21 PM
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को दावा किया कि केन्द्र के नये कृषि कानूनों से किसानों को किसी भी तरह का फायदा नहीं होगा जबकि नुकसान बहुत सारे होंगे।
नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को दावा किया कि केन्द्र के नये कृषि कानूनों से किसानों को किसी भी तरह का फायदा नहीं होगा जबकि नुकसान बहुत सारे होंगे। केजरीवाल ने कहा कि भाजपा के अनुसार इन कानूनों के जरिये किसान मंडियों के बाहर अपनी उपज बेचने में सक्षम होंगे, लेकिन उन्हें मंडियों के बाहर अपनी फसल का आधा दाम ही मिलता है, तो यह किस तरह का फायदा है।
केन्द्र के तीन कृषि कानूनों को रद्द किये जाने की मांग को लेकर देश के विभिन्न हिस्सों से आये किसान दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर पिछले लगभग चार सप्ताह से आंदोलन कर रहे हैं। केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी (आप) ने आंदोलनकारी किसानों का मजबूती के साथ समर्थन किया है। इस महीने के शुरू में केजरीवाल सिंघू बॉर्डर भी गये थे।
BJP का कहना है इन क़ानूनों से किसानों का कोई नुक़सान नहीं होगा
पर फ़ायदा क्या होगा? ये कहते हैं अब किसान मंडी के बाहर कहीं भी फसल बेच पाएगा।पर मंडी के बाहर तो आधे दाम में फसल बिकती है? ये “फ़ायदा” कैसे हुआ?
सच्चाई ये है कि इन क़ानूनों से ढेरों नुक़सान हैं और एक भी फ़ायदा नहीं
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 25, 2020
मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, ‘भाजपा का कहना है इन कानूनों से किसानों का कोई नुकसान नहीं होगा पर फायदा क्या होगा? वे कहते हैं अब किसान मंडी के बाहर कहीं भी फसल बेच पाएगा। लेकिन मंडी के बाहर तो आधे दाम में फसल बिकती है? ये “फायदा” कैसे हुआ? सच्चाई ये है कि इन क़ानूनों से ढेरों नुकसान हैं और एक भी फायदा नहीं।'