Edited By ,Updated: 24 Dec, 2015 01:13 PM
प्रदूषण कम करने के लिए दिल्ली सरकार के ऑड-ईवन फार्मूले से दिल्लीवासी ही नहीं, बल्कि जापान और कोरिया भी परेशान है।
नई दिल्ली: प्रदूषण कम करने के लिए दिल्ली सरकार के ऑड-ईवन फार्मूले से दिल्लीवासी ही नहीं, बल्कि जापान और कोरिया भी परेशान है। दरअसल, दिल्ली सीएम के इस फार्मूले से चिंतित जापान और दक्षिण कोरियाई एंबेसी का यह मानना है कि ऑड-ईवन प्लान से नेशनल कैपिटल रीजन में उनके नागरिकों को आवाजाही में दिक्कत होगी और लॉन्ग टर्म में एनसीआर में निवेश कम हो सकता है। इसलिए वह इस मुद्दे पर केजरीवाल से बातचीत करेंगे।
जापान एंबेसी के एक अधिकारी ने बताया कि इस तरह के प्रोग्राम के लिए ज्यादा तैयारी की जरूरत होती है। उन्होंने कहा, दिल्ली की एयर क्वॉलिटी को लेकर चिंता है, लेकिन ऑड-ईवन जैसी स्कीम को कुछ दिनों में लागू नहीं किया जाना चाहिए। दुनिया के जिन भी देशों में इस प्लान को लागू किया गया है, वहां 6 महीने पहले इस बारे में नोटिस दिया गया था। ताकि जरूरी इंतजाम करने में सहूलियत हो सके।
बता दें कि केंद्र सरकार भारत में विदेशी निवेश को बढ़ावा देने की कोशिश कर रही है। जापान और साउथ कोरियाई कंपनियों ने भारतीय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में भारी-भरकम निवेश किया हुआ है। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे हाल ही में भारत यात्रा पर आए थे जिसके बाद भारत में जापानी निवेश बढऩे की उम्मीद बंधी है। ऐसे में ऑड-ईवन फॉर्मूले के चलते लॉन्ग टर्म में एनसीआर में निवेश प्रभावित होने से समस्या हो सकी है, क्योंकि पिछले दो दशक से जापान और साउथ कोरिया भारत में पैसा लगाने वाले अग्रणी देशों में शामिल हैं।