Edited By shukdev,Updated: 31 Dec, 2019 07:53 PM
आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली में वायु प्रदूषण से लेकर गंदगी तक, सभी प्रकार की समस्याओं के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ही एकमात्र जिम्मेदार व्यक्ति हैं। पुरी ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2019 के पहली दो...
नई दिल्ली: आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली में वायु प्रदूषण से लेकर गंदगी तक, सभी प्रकार की समस्याओं के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ही एकमात्र जिम्मेदार व्यक्ति हैं। पुरी ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2019 के पहली दो तिमाही के परिणाम घोषित करते हुए इनमें दिल्ली के स्थानीय निकायों के खराब प्रदर्शन के लिए केजरीवाल सरकार द्वारा नगर निगमों को पर्याप्त राशि नहीं दिए जाने को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा, ‘नगर निगम एक हजार करोड़ रुपए की राशि के अभाव का सामना कर रहे हैं। इसके लिए दिल्ली के निगम आयुक्त या मेयर जिम्मेदार नहीं हैं। दिल्ली की सबसे बड़ी समस्या केजरीवाल हैं।'
उल्लेखनीय है कि स्वच्छ सर्वेक्षण में एक से दस लाख तक की आबादी वाले शहरों के वर्ग में इस साल की पहली तिमाही में नई दिल्ली नगरपालिका परिषद क्षेत्र दूसरे स्थान पर रही है। सर्वेक्षण में शामिल चार हजार से अधिक शहरी स्थानीय निकायों की प्रतियोगिता में पूर्वी दिल्ली नगर निगम क्षेत्र पहली तिमाही में 284वें स्थान पर, उत्तरी दिल्ली नगर निगम क्षेत्र 328वें और दक्षिणी दिल्ली नगर निगम क्षेत्र 394वें स्थान पर रहा। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम दूसरी तिमाही में अपनी रेंकिंग सुधारते हुए 205वें स्थान पर रहा।
दिल्ली के स्थानीय निकायों के लचर प्रदर्शन का ठीकरा केजरीवाल पर फोड़ते हुए पुरी ने कहा, ‘केजरीवाल का पूरा ध्यान सुविधाओं को मुफ्त बनाने पर है। मैं इसके खिलाफ नहीं हूं। लेकिन मेरा मानना है कि बस सेवा मुफ्त करने से पहले बसों का इंतजाम तो किया जाए।' पुरी ने केन्द्र सरकार की प्रधानमंत्री आवास योजना और आयुष्मान भारत योजना जैसी योजनाओं से दिल्ली वालों को वंचित करने के लिए केजरीवाल को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा,‘केजरीवाल इन योजनाओं का जनता के हित में इस्तेमाल ही नहीं कर रहे हैं। इसलिए दिल्ली की समस्याओं के लिए मेयर या निगम आयुक्त जिम्मेदार नहीं हैं, बल्कि अगर कोई एक व्यक्ति जिम्मेदार है तो वह हैं दिल्ली के मुख्यमंत्री।'
पुरी ने दिल्ली को पूरी तरह खुले में शौच की समस्या से मुक्ति (ओडीएफ) मिलने की घोषणा करते हुए बताया कि पांचों नगर निगमों को ओडीएफ का प्रमाणपत्र मिल गया है। उन्होंने कहा कि उत्तर दिल्ली नगर निगम ओडीएफ के मानकों पर बार-बार नाकाम साबित हो रहा था, सोमवार को ही इस निगम को भी ओडीएफ का प्रमाणपत्र मिल जाने के बाद दिल्ली के पांचों नगर निकाय ओडीएफ प्रमाणन युक्त हो गए हैं।