Edited By Yaspal,Updated: 08 May, 2022 09:38 PM
दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी अन्य दलों के साथ गठबंधन नहीं करेगी क्योंकि वह इस देश के 130 करोड़ लोगों के साथ साझेदारी करना चाहती है। केजरीवाल ने यह भी कहा कि वह...
नेशनल डेस्कः दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी अन्य दलों के साथ गठबंधन नहीं करेगी क्योंकि वह इस देश के 130 करोड़ लोगों के साथ साझेदारी करना चाहती है। केजरीवाल ने यह भी कहा कि वह राजनीति में किसी को हराना नहीं चाहते बल्कि भारत को दुनिया का नंबर एक देश बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मैं भारत को जल्द से जल्द दुनिया का नंबर 1 देश बनता देखना चाहता हूँ। मैं जब तक India को No. 1 देश ना देख लूं तब तक मुझे मौत मत देना।
केजरीवाल ने कहा, ‘‘कई लोग मुझसे पूछते हैं कि हम किसके साथ राष्ट्रीय गठबंधन करेंगे। मुझे नहीं पता कि राजनीति कैसे करते हैं। मैं किसी को हराने के लिए 10 और 20 पार्टियों के गठबंधन को नहीं समझता। मैं किसी को हराना नहीं चाहता, मैं चाहता हूं देश जीते। मैं भारत को दुनिया में नंबर एक देश बनाने के लिए देश के 130 करोड़ लोगों के साथ ही गठबंधन करूंगा।''
भाजपा का नाम लिए बिना दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि वर्तमान में एक ‘‘बड़ी पार्टी'' गुंडागर्दी, दंगों की साजिश कर रही है, बलात्कारियों के लिए स्वागत जुलूस निकाल रही है। उन्होंने कहा, ‘‘देश इस तरह की गुंडागर्दी से आगे नहीं बढ़ सकता। अगर आप गुंडागर्दी और दंगे चाहते हैं तो आप उनके साथ जा सकते हैं, लेकिन अगर आप प्रगति चाहते हैं, स्कूल और अस्पताल चाहते हैं तो आप मेरे साथ आ सकते हैं। आइए 130 करोड़ आम लोगों का गठबंधन बनाएं।'' केजरीवाल ने कहा कि उनकी पार्टी का ध्यान 2024 के लोकसभा चुनावों पर नहीं बल्कि देश के लिए काम करने पर है। उन्होंने कहा कि उनके जैसे लोग अपना करियर छोड़कर देश की सेवा करने आए हैं।
‘मुफ्त की राजनीति' में लिप्त होने के आरोप का जवाब देते हुए, केजरीवाल ने कहा कि जनता के कल्याण के लिए धन का उपयोग भ्रष्टाचार में किया जाता था और उनकी सरकार, भ्रष्टाचार को रोककर और उसमें पैसा बचाकर लोगों को मुफ्त बिजली और अन्य सुविधाएं दे रही है। लोकमत मीडिया समूह के संपादकीय बोर्ड के अध्यक्ष विजय दर्डा ने कहा कि उनके समूह ने लोगों की कोविड-19 के बीच मदद की और कई कर्मचारियों ने भी संक्रमण से जान गंवा दी। उन्होंने यह भी उम्मीद जतायी कि नागपुर एक दिन अलग विदर्भ राज्य की राजधानी बनेगा।