Edited By Murari Sharan,Updated: 20 May, 2020 08:25 AM
लॉकडाउन 4 में दिल्ली को लगभग पूरी तरह से खोलने पर मुख्यमंत्री केजरीवाल ने आर्थिक हालात में सुधार करने की बात के साथ नरेंद्र मोदी सरकार पर भी निशाना साधा है...
नई दिल्ली/डेस्क। लॉकडाउन 4 (Lockdown 4) में दिल्ली को लगभग पूरी तरह से खोलने पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने आर्थिक हालात में सुधार करने की बात के साथ नरेंद्र मोदी सरकार (Modi Govt) पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज में से दिल्ली को कुछ नहीं मिला है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली वाले हर साल केंद्र सरकार को दो लाख करोड़ रुपये टैक्स देते हैं, लेकिन बदले में दिल्ली को कुछ नहीं मिलता है। यह सालों से चला आ रहा है। उन्होंने कहा कि 20 लाख करोड़ में केंद्र ने ज्यादा तवज्जो लोन पर दी है। अगर कोई इंडस्ट्री वाला है तो बगैर गारंटी के लोन मिल जाएगा। सीएम केजरीवाल ने कहा कि लेकिन इस समय जरूरत लॉकडाउन में आर्थिक तंगी झेल रहे आम आदमी को मदद पहुंचाने की है। जो केंद्र सरकार के 20 लाख करोडं के पैकेज में कहीं भी नजर नहीं आ रही है। उन्होंने कहा कि आम आदमी को मदद पहुंचाना इस समय सबसे बड़ी जरूरत होनी चाहिए।
राज्यों को देना चाहिए था पैसा
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार को चाहिए था कि राज्यों के हाथ में सीधा पैसा देते, जिससे राज्य अपने यहां स्थिति नियंत्रण में कर पाते। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के साथ आज से नहीं पिछले 20 साल से यह स्थिति बनी हुई है कि दिल्ली को कुछ नहीं मिलता है। केंद्र और दिल्ली के बीच पैसों को लेकर कुछ बातें कठिन हैं। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को एक न्यूज़ चैनल से बातचीत में कहा कि इस समय कठिन समय में कुछ भी विपक्षी पार्टियां गंदी राजनीति कर रहीं हैं। इसका मुझे बेहद दुख है।
कंट्रोल में है दिल्ली में स्थिति
दसअसल लॉकडाउन 4 में दिल्ली में अधिक से अधिक कामों को शुरू करने की छूट देने पर सीएम केजरीवाल से सवाल किए जा रहे थे। तब उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के कारण देश की आर्थिक स्थिति लगातार खरबा होती जा रही है। हम हमेशा के लिए सबकुछ बंद करके नहीं रख सकते। आर्थिक गतिविधियां चालू कर देश के विकास की गाड़ी को पटरी पर लाना बहुत जरूरी है, इसके साथ ही कोरोना से बचाव के लिए भी हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। दिल्ली में स्थिति कंट्रोल में है। यहां लगभग 150 मरीज हैं जो सीरियस हैं। उन पर मैं खुद नजर बनाए हुए हूं। हम चाहते हैं कि किसी की कोरोना से मौत न हो।