Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Jun, 2018 05:55 PM
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता शीला दीक्षित ने शुक्रवार को कहा कि मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को पहले संविधान पढऩा चाहिए और उसके बाद दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलवाने के लिए प्रधानमंत्री एवं संसद से सम्पर्क करना चाहिए। उन्होंने कहा कि दिल्ली के...
नई दिल्ली: कांग्रेस की वरिष्ठ नेता शीला दीक्षित ने शुक्रवार को कहा कि मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को पहले संविधान पढऩा चाहिए और उसके बाद दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलवाने के लिए प्रधानमंत्री एवं संसद से सम्पर्क करना चाहिए। उन्होंने कहा कि दिल्ली के राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री की भूमिका संविधान में स्पष्ट तौर पर परिभाषित है।
उन्होंने इस बात पर हैरत जताई कि क्यों आप नेता सोमवार से उपराज्यपाल के अनिल बैजल के कार्यालय में धरना दिए हुए हैं। दिल्ली की तीन बार मुख्यमंत्री रह चुकी शीला ने कहा कि इसके पीछे उनकी (केजरीवाल) क्या मंशा है? उन्होंने कहा कि वह इस बात को लेकर शर्मिंदा हैं कि उपराज्यपाल कार्यालय में धरने की तस्वीरों को एक मुख्यमंत्री इंटरनेट पर जारी कर रहे हैं।
अपनी और आम आदमी पार्टी सरकार की तुलना करते हुए उन्होंने कहा कि वह जब 1998 में मुख्यमंत्री बनी थीं तो केन्द्र में भाजपा की सरकार थी तथा उनके बीच कोई टकराव नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने भी दिल्ली के लिए पूर्ण राज्य की मांग की थी किंतु कभी इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं किया।
शीला ने कहा कि केजरीवाल को यह बात समझनी चाहिए कि दिल्ली एक केन्द्र शासित क्षेत्र है। यदि वह यह सोचते हैं कि वह हरियाणा और उत्तर प्रदेश जैसा शासन मॉडल चला सकते हैं तो वह गलत समझ रहे हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि पहले उन्हें संविधान पढऩा चाहिए। यदि उन्हें लगता है कि संविधान में संशोधन की जरूरत है तो उन्हें मोदी जी एवं संसद से सम्पर्क करना चाहिए। बहरहाल उन्होंने यह भी कहा कि लोग धरने के पीछे की राजनीति समझते हैं क्योंकि ‘वे बेवकूफ नहीं हैं।’