Edited By Anu Malhotra,Updated: 11 Oct, 2021 04:48 PM
महिला को सांप से डसवाकर मारने वाले पति को कोर्ट ने दोषी करार दिया है। दरअसल, केरल की सेशंस कोर्ट ने एक महिला को सांप से डसवाकर मारने वाले पति को हत्या का दोषी ठहराया है। कोल्लम की सेशंस कोर्ट अब 13 अक्टूबर को उसकी सजा सुनाएगी।
तिरुवनंतपुरम- महिला को सांप से डसवाकर मारने वाले पति को कोर्ट ने दोषी करार दिया है। दरअसल, केरल की सेशंस कोर्ट ने एक महिला को सांप से डसवाकर मारने वाले पति को हत्या का दोषी ठहराया है। कोल्लम की सेशंस कोर्ट अब 13 अक्टूबर को उसकी सजा सुनाएगी।
अदालत ने आरोपी पति सूरज को पिछले साल मई में 23 वर्षीय पत्नी उथरा को नींद में एक कोबरा से डसवाकर उसकी हत्या करने का दोषी ठहराया। कोल्लम की छठी अतिरिक्त सत्र अदालत ने कहा कि उसकी सजा की घोषणा बुधवार को की जाएगी।
जानकारी के मुताबिक,यह घटना 7 मई 2020 की है, जहां पर महिला केरल के उथरा कोल्लम से 40 किमी दूर अपने मायके में रह रही थी, उसे सोते समय कोबरा ने कथित तौर पर डस लिया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी। उसकी शादी को 2 साल का समय हुआ था और उसका एक साल बच्चा भी है।
परिजनों ने उथरा के पति सूरज एस कुमार पर आरोप लगाया है कि उसने ही कमरे में कोबरा को छोड़कर पत्नी को जानबूझकर उससे डसवाया ताकि वह मर जाए, यह भी आरोप लगाए गए हैं कि उसने इस पूरी साजिश को रचने से पहले पत्नी को नींद की गोलियां भी दी थीं। जांच में पता लगा कि पिछले साल 2 मार्च को भी सूरज ने पत्नी को मारने के मकसद से घर में कोबरा छोड़ा था।
उथरा की मां का कहना है कि सूरज को दहेज भी दिया गया था, इसमें 10 लाख रुपए नकद, प्रॉपर्टी, नई कार और सोना शामिल था, दो साल के वैवाहिक जीवन में असफल रहने के बाद उसने अधिक दहेज मांगने का प्रयास किया था। उथरा की मौत पर उसके परिवार द्वारा उठाए गए संदेह के आधार पर सूरज को 24 मई को गिरफ्तार किया गया था।
बता दें कि अदालत के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्य के पुलिस प्रमुख अनिल कांत ने कहा कि यह दुर्लभतम मामलों में से एक है जिसमें आरोपी को परिस्थितिजन्य साक्ष्य के आधार पर दोषी पाया गया है। मामले की जांच करने वाली पुलिस टीम की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि यह इस बात का एक ज्वलंत उदाहरण है कि कैसे वैज्ञानिक और पेशेवर तरीके से हत्या के मामले की जांच की गई और उसका पता लगाया गया।
उन्होंने तिरुवनंतपुरम में संवाददाताओं से कहा कि मामला मुश्किल था। उन्होंने कहा कि जांच दल ने मामले को सुलझाने के लिए फोरेंसिक मेडिसिन, फाइबर डाटा, जानवर के डीएनए और अन्य सबूतों का विश्लेषण करने में बहुत मेहनत की।