Edited By Seema Sharma,Updated: 27 May, 2020 03:22 PM
दुनियाभर में कोरोना का कहर जारी है और इस वायरस ने अब तक लाखों लोगों की जान ले ली है। कोरोना से बचने के लिए रोग नियंत्रण और स्वास्थ्य मंत्रालय ने साफ-सफाई का ध्यान रखने को कहा गया है। खासकर हाथों की सफाई का। स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को हर 20 मिनट...
नेशनल डेस्कः दुनियाभर में कोरोना का कहर जारी है और इस वायरस ने अब तक लाखों लोगों की जान ले ली है। कोरोना से बचने के लिए रोग नियंत्रण और स्वास्थ्य मंत्रालय ने साफ-सफाई का ध्यान रखने को कहा गया है। खासकर हाथों की सफाई का। स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को हर 20 मिनट या आधे घंटे में अपने हाथ साबुन से साफ करने को कहा है और अगर साबुन नहीं तो हाथों को सैनिटाइज भी किया जा सकता है। ऐसे में कुछ लोग तो ऐसे हैं जो हर समय अपने साथ सैनिटाइजर लेकर घूमते हैं। ऐसा करना ठीक भी है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि सैनिटाइजर खतरनाक भी साबित हो सकता है।
सैनिटाइजर से कार में ब्लॉस्ट?
हाल ही में अमेरिका के विस्कॉन्सिन में फायर बिग्रेड विभाग ने एक एडवाइजरी सोशल मीडिया पर जारी की थी। जिसमें एक गर्म कार के अंदर सैनिटाइजर छोड़ने के खतरे के बारे में बताया गया था। एडवाइजरी के साथ एक फोटो भी जारी की गई थी, जिसमें कार का एक हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुआ दिख रहा था। फायर बिग्रेड के मुताबिक यह नुकसान सैनिटाइजर की बोतल में ब्लॉस्ट के कारण हुआ हालांकि बाद में उस पोस्ट को हटा लिया गया लेकिन लोगों के मन में सवाल है कि गर्मी में सैनिटाइजर पास रखना कितना खतरनाक हो सकता है।
तो आइए आपको बताते हैं कि सैनिटाइजर से होने वाले नुकसान-
बढ़ते तापमान में बोतल फटने का डर
हैंड सैनिटाइजर प्रकृति ज्वलनशील होता है, इसलिए अक्सर कहा जाता है कि हाथों को सैनिटाइज करने के बाद आग आदि से दूर रहें। इतना ही नहीं बढ़ती गर्मी के कारण कमरे का तापमान ज्यादा हो जाए तो यह आसानी से वाष्पित हो सकता है। तापमान बढ़ने के कारण इसके फटने का खतरा बढ़ जाता है, क्योंकि यह प्लास्टिक की बोतल में बंद रहता है। इससे तापमान का दबाव और बढ़ जाता है। गर्मी के दिनों में गाड़ियां तपती रहती हैं। इससे गाड़ी के अंदर का तापमान भी बदलता रहता है। ऐसे में कार में सैनिटाइजर रखना बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। तो आगे से ध्यान रखें कि गाड़ी में भूल कर भी सैनिटाइजर न रखें।
इन बातों का भी रखें ध्यान
- सैनिटाइजर को हमेसा बच्चों की पहुंच से दूर रखें।
- किसी सफर पर निकलने से पहले सेनेटाइटर साथ रखना है तो कोशिश करें कि जब आप बाहर निकले तो सैनिटाइजर भी उठा लें और कार में भी इसे किसी ठंडी जगह पर ही रखें।
- आमतौर पर सैनिटाइजर में 40 प्रतिशत तक अल्कोहल होता है, लेकिन भारत में कई ब्रांड ऐसे हैं जो कोरोना वायरस से बचाव के लिए 70 प्रतिशत से ज्यादा अल्कोहल का प्रयोग कर रहे हैं।
- 70 फीसदी अल्कोहल काफी ज्वलनशील होता है। अगर ये प्रत्यक्ष रूप से धूप या फिर गर्मी वाले इलाके में इनका ज्यादा इस्तेमाल किया जाए तो ये वाष्प छोड़ना शुरू कर देता है। इसके बाद कंटेनर के अंदर दबाव बनना शुरू हो जाता है। जो बाद में विस्फोट का कारण बन सकता है।
- हैंड सैनिटाइजर से हाथ साफ करने के बाद अगर आप कोई खाद्य पदार्थ जैसे रोटी, बिस्किट, सलाद या कुछ भी खाते हैं तो आपके पेट में अल्कोहल और केमिकल की मात्रा भी जाएगी। इससे फूड प्वाइजनिंग का खतरा बढ़ता है। कोशिश करें कि सैनिटाइज किए हाथों से कुछ न खाएं।
- हाथों को सैनिटाइजर करने के तुरंत बाद अपने मुंह को न छुएं इससे चेहरे पर खुजली भी हो सकती है। कई लोगों की स्किन सेेन्सटिव होती है जिस कारण चेहरे पर एलर्जी, दाने या फिर त्वचा पर सूजन भी आ सकती है।
- सैनिटाइजर बैक्टीरिया खत्म करते हैं लेकिन हमारे शरीर में अच्छे और बुरे दोनों तरह के बैक्टीरिया होते हैं। अच्छ बैक्टीरिया हमें कई बीमारियों से बचाते हैं लेकिन सैनिटाइजर की वजह से उनका भी असर खत्म हो जाता है।
- बार-बार सैनिटाइज करने से हाथों में रुखापन आ जाता है और इनकी नमी कम हो जाती है इससे हाथों की स्किन को भी नुकसान हो सकता है।
बेहतर होगा कि बार-बार सैनिटाइजर का इस्मेताल करने की बजाए साबुन से हाथों को धोया जाए। बहुत ज्यादा जरूरी हो तो तभी सैनिटाइजर का यूज करें।