Edited By Seema Sharma,Updated: 19 Jun, 2018 03:51 PM
भाजपा महासचिव राम माधव ने संवाददाता सम्मेलन में आज बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि उनकी पार्टी जम्मू-कश्मीर में पीडीपी के साथ गठबंधन से बाहर हो गई है और राज्य में राज्यपाल शासन का समर्थन किया है। माधव ने कहा कि राज्य में गठबंधन सरकार में बने रहना भाजपा...
नई दिल्लीः भाजपा महासचिव राम माधव ने संवाददाता सम्मेलन में आज बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि उनकी पार्टी जम्मू-कश्मीर में पीडीपी के साथ गठबंधन से बाहर हो गई है और राज्य में राज्यपाल शासन का समर्थन किया है। माधव ने कहा कि राज्य में गठबंधन सरकार में बने रहना भाजपा के लिए मुनासिब नहीं रह गया था।
भाजपा ने गिनाए ये कारण
- जम्मू-कश्मीर में शांति बहाली के लिए महबूबा मुफ्ती को राज्य की कमान सौंपी गई थी लेकिन वे हालात नहीं संभाल पाईं।
- राज्य के तीन क्षेत्रों-जम्मू, लद्दाख और कश्मीर क्षेत्र के समान विकास के लिए केंद्र ने कोशिश की। पर महबूबा सरकार द्वारा जम्मू क्षेत्र के साथ भेदभाव किया गया।
- राज्य में एक बड़े पत्रकार की हत्या हो गई पर राज्य सरकार चुप रही।
- राज्य में आतंकवादी गतिविधियां काफी बढ़ गई थीं। घाटी में स्थिति खराब हो गई है।
- महबूबा ने भाजपा और केंद्र सरकार के काम में अड़ंगा डालने की कोशिश की।
- घाटी में प्रेस की आजादी भी खतरे में।
- रमजान के दौरान केंद्र सरकार ने शांति बहाल के लिए राज्य में सीजफायर किया था। पर इसमें भी मतभेद थे।
- महबूबा मुफ्ती भाजपा नेताओं के साथ तालमेल नहीं बना पाई।
- सीमा पार से भी फायरिंग में इजाफा हुआ।
- केंद्र महबूबा सरकार के फैसलों और उसके कामकाज से खुश नहीं थी।
माधव ने पत्रकारों से कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है, इस बात को ध्यान में रखते हुए और राज्य में मौजूदा स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए हमने फैसला किया कि राज्य में शासन की बागडोर राज्यपाल को सौंपी जाए।’’ भाजपा नेता ने कहा कि राज्य में पीडीपी गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रही थी लेकिन वह स्थिति को नियंत्रित करने में नाकाम रही।