Edited By Yaspal,Updated: 30 Jan, 2023 03:48 PM
मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के तेवर बदले-बदले नजर आ रहे हैं। वह राम मगरी अयोध्या में योगी सरकार के खिलाफ अनशन पर बैठी हैं। बताया जा रहा है कि यह अनशन अयोध्या में बनाए जा रहे बाईपास के खिलाफ हो रहा है।
नेशनल डेस्कः मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के तेवर बदले-बदले नजर आ रहे हैं। वह राम मगरी अयोध्या में योगी सरकार के खिलाफ अनशन पर बैठी हैं। बताया जा रहा है कि यह अनशन अयोध्या में बनाए जा रहे बाईपास के खिलाफ हो रहा है। सोशल मीडिया पर जब इसकी चर्चा होने लगी तो स्वयं उमा भारती ने सामने आकर सफाई दी है। उन्होंने ट्विटर के माध्यम से कहा है कि भारत मेरा देश है, हिंदुत्व मेरी आस्था है, भाजपा मेरी पार्टी है, मोदी मेरे नेता हैं और यह तथ्य जीवन में कभी नहीं बदलेंगे।
उमा भारती ने कहा कि मै राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद के अलावा बीजेपी संगठन के सभी महत्त्वपूर्ण पदो पर रह चुकी हूँ ।अटल जी के सरकार में 6 साल एवं मोदी जी की सरकार में 5 साल कैबिनेट मंत्री रही । 6 बार सांसद एवं 2 बार विधायक रही। उन्होंने कहा कि 2018 में मोदी जी के प्रधानमंत्रीत्व में जब में कैबिनेट मिनिस्टर थी एवं 57 साल की थी तभी मैंने कह दिया की मैं 5 साल कोई चुनाव नही लड़ूंगी। उन्होंने कहा कि 6 बार सांसद एवं 2 बार विधायक रही । उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश दोनों राज्यों में भाजपा ने मेरे नेतृत्व में चुनाव कराये एवं जीते। मध्यप्रदेश में मै ख़ुद मुख्यमंत्री बनी और ख़ुद ही तिरंगे के लिए छोड़ दिया। भारती ने कहा कि मै स्वयं बहुत चिंतित एवं सतर्क हूँ की हमारी पार्टी, हमारी सरकार को मेरे इस प्रवास से किंचित मात्र भी हानि ना हो।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत मेरा देश है, हिंदुत्व मेरी आस्था है, भाजपा मेरी पार्टी है, मोदी मेरे नेता हैं और यह तथ्य इस जीवन में नहीं बदलेंगे। उन्होंने कहा कि 27 साल में पहली बार सांसद बनने से लेकर 57 साल की उम्र तक 30 साल में भाजपा के इतने व्यापक एवं विशाल होने के संघर्ष में मुझे तो जैसे झौंक दिया गया। मुझे बहुत प्यार, सम्मान एवं पद मिले है। बताते चलें कि उमा भारती साल 2014 से लेकर 2019 तक मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री रही हैं। उन्होंने 2019 में चुनाव न लड़ने का फैसला किया था। हालांकि, अब एक बार फिर वह लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए ताल ठोक रही हैं। उमा भारती मध्य प्रदेश भाजपा के लिए चिंता का सबब बनीं हुई हैं। वह मध्य प्रदेश में लगातार शराबबंदी का मुद्दा उठाती रही हैं।