Edited By Mahima,Updated: 07 Sep, 2024 12:54 PM
आरजी कर अस्पताल में हुए बलात्कार और हत्या के विवादास्पद मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपी संजय रॉय ने पॉलीग्राफ टेस्ट के दौरान चौंकाने वाला बयान दिया है। संजय रॉय ने टेस्ट के दौरान कहा कि उसे फंसाया गया है और उसने हत्या नहीं की। उसने दावा किया कि शव को...
नेशनल डेस्क: आरजी कर अस्पताल में हुए बलात्कार और हत्या के विवादास्पद मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपी संजय रॉय ने पॉलीग्राफ टेस्ट के दौरान चौंकाने वाला बयान दिया है। संजय रॉय ने टेस्ट के दौरान कहा कि उसे फंसाया गया है और उसने हत्या नहीं की। उसने दावा किया कि शव को देखकर वह घटनास्थल से भाग गया था।
पॉलीग्राफ विशेषज्ञों ने पूछे 10 सवाल
सूत्रों के मुताबिक, संजय रॉय का पॉलीग्राफ टेस्ट 25 अगस्त को कोलकाता की प्रेसिडेंसी जेल में किया गया। इस परीक्षण के दौरान सीबीआई के जांच अधिकारियों और तीन पॉलीग्राफ विशेषज्ञों ने संजय से कुल 10 सवाल पूछे। टेस्ट का आरंभ सामान्य प्रश्नों से हुआ, जैसे कि उसका नाम, पता, पेशा, और अंत में अपराध में उसकी संलिप्तता के बारे में पूछा गया।
संजय रॉय का बयान
पॉलीग्राफ परीक्षण के दौरान संजय रॉय ने सीधे तौर पर कहा, "मैंने हत्या नहीं की। मैंने शव को देखने के बाद सेमिनार हॉल से भाग गया था।" उसने बलात्कार और हत्या में अपनी संलिप्तता से पूरी तरह इनकार किया। संजय का कहना है कि उसने किसी भी अपराध में भाग नहीं लिया और उसे झूठे आरोपों में फंसाया गया है।
सीबीआई की स्थिति
सीबीआई ने संजय रॉय को गिरफ्तार कर लिया था और इसके बाद से संजय से गहन पूछताछ की गई है। हालांकि, अब तक सीबीआई ने संजय के खिलाफ कोई निर्णायक सबूत पेश नहीं किया है। इस समय जांच जारी है और सीबीआई मामले के सभी पहलुओं की गहराई से जांच कर रही है।
वकील के सामने बताया खुद को निर्दोष
संजय रॉय ने पॉलीग्राफ टेस्ट के दौरान ही नहीं, बल्कि अपने वकील के सामने भी खुद को निर्दोष बताया। वकील कविता सरकार ने बताया, "संजय ने मुझसे कहा कि उसने अपराध नहीं किया है और उसे फंसाया गया है। सीबीआई को अभी तक निर्णायक सबूत पेश करने में विफल रही है। जांच जारी है और हमें न्याय के लिए इंतजार करना होगा।"
सभी तथ्यों को सामने लाने की आवश्यकता
यह मामला कोलकाता में बहुत ध्यान आकर्षित कर रहा है और इस पर काफी चर्चा हो रही है। संजय रॉय का पॉलीग्राफ टेस्ट और उसके द्वारा किए गए दावे मामले की दिशा को प्रभावित कर सकते हैं। फिलहाल, सीबीआई को मामले की गहराई से जांच जारी रखने और सभी तथ्यों को सामने लाने की आवश्यकता है ताकि न्याय सुनिश्चित किया जा सके।