Edited By Harman Kaur,Updated: 23 Aug, 2024 04:36 PM
ब्रिटेन में भारतीय छात्रों, धर्मार्थ संस्थाओं और प्रवासी संगठनों ने कोलकाता में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या की घटना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और न्याय की मांग की। महिला संगठनों ने लंदन के पार्लियामेंट स्क्वायर और ब्रिटेन के अन्य शहरों...
इंटरनेशनल डेस्क: ब्रिटेन में भारतीय छात्रों, धर्मार्थ संस्थाओं और प्रवासी संगठनों ने कोलकाता में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या की घटना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और न्याय की मांग की। महिला संगठनों ने लंदन के पार्लियामेंट स्क्वायर और ब्रिटेन के अन्य शहरों में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास शांति मार्च आयोजित किए।
‘स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया - यूनाइटेड किंगडम’ (एसएफआई-यूके) ने बुधवार को लिवरपूल शहर में एक मार्च निकाला और इस घटना पर विरोध जताया। लंदन के पार्लियामेंट स्क्वायर पर सैकड़ों लोगों ने मोमबत्तियां जलाकर चिकित्सक के लिए न्याय की मांग की और महिलाओं के सम्मान और सशक्तिकरण का आह्वान किया।
‘मेडिकोज वूमेन चैरिटी’ की डॉ. दीप्ति जैन ने कहा, “हमें विश्वभर से भारी समर्थन मिला है, जिससे यह साबित होता है कि अब समय आ गया है कि हम जागरूक हों और अपने व्यक्तिगत हितों से ऊपर उठें। हमें इस मुद्दे पर एकजुट होना चाहिए।” ब्रिटेन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) की चिकित्सक ने बताया कि यह शांतिपूर्ण प्रदर्शन इंग्लैंड, स्कॉटलैंड और वेल्स के कई शहरों में एक ही समय में किए जा रहे हैं, जबकि बेलफास्ट और डबलिन में सप्ताहांत में प्रदर्शन होंगे। उन्होंने कहा कि अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में भी वैश्विक इकाइयाँ शांति सभाओं का आयोजन कर रही हैं।
एसएफआई-यूके के सदस्य आर. रामकृष्णन ने कहा, “यह सिर्फ एक मामले की बात नहीं है। यह सभी छात्रों की सुरक्षा, संस्थानों की जवाबदेही और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई की बात है। हम इस जघन्य अपराध के जिम्मेदार लोगों के लिए कठोर सजा की मांग करते हैं।”
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 9 अगस्त को महिला चिकित्सक का शव मिला था। पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। 13 अगस्त को कलकत्ता उच्च न्यायालय ने मामले की जांच कोलकाता पुलिस से सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया था। सीबीआई ने 14 अगस्त से अपनी जांच शुरू कर दी है।