Edited By Seema Sharma,Updated: 03 Oct, 2019 12:25 PM
सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश एस रविंद्र भट्ट ने नागरिक अधिकार कार्यकर्त्ता गौतम नवलखा की याचिका पर सुनवाई से गुरुवार को खुद को अलग कर लिया। नवलखा ने कोरेगांव-भीमा हिंसा मामले में अपने खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को रद्द करने से इनकार करने वाले बंबई हाईकोर्ट...
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश एस रविंद्र भट्ट ने नागरिक अधिकार कार्यकर्त्ता गौतम नवलखा की याचिका पर सुनवाई से गुरुवार को खुद को अलग कर लिया। नवलखा ने कोरेगांव-भीमा हिंसा मामले में अपने खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को रद्द करने से इनकार करने वाले बंबई हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती दी है। इससे पहले चीफ जस्टिस रंजन गोगोई और न्यायमूर्ति बी आर गवई भी नवलखा की याचिका पर सुनवाई से अलग हो गए थे।
नवलखा की याचिका सुनवाई के लिए उस पीठ के सामने आई जिसमें न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा, न्यायमूर्ति विनीत सरन और न्यायमूर्ति एस रविंद्र भट्ट शामिल थे। सुनवाई शुरू होते ही न्यायमूर्ति भट्ट ने मामले की सुनवाई से खुद को अलग कर लिया जिसके बाद पीठ ने कहा कि इस याचिका पर अन्य पीठ शुक्रवार को सुनवाई करेगी।