Edited By Seema Sharma,Updated: 06 Sep, 2018 01:44 PM
भीमा कोरेगांव केस में सुप्रीम कोर्ट ने आज सुनवाई करते हुए 5 सामाजिक कार्यकर्त्ताओं की नजरबंदी 12 सितंबर तक आगे बढ़ा दी है। पुणे पुलिस ने जनवरी 2018 को महाराष्ट्र के भीमा कोरेगांव में बड़े पैमाने पर जातीय हिंसा
नई दिल्लीः भीमा कोरेगांव केस में सुप्रीम कोर्ट ने आज सुनवाई करते हुए 5 सामाजिक कार्यकर्त्ताओं की नजरबंदी 12 सितंबर तक आगे बढ़ा दी है। पुणे पुलिस ने जनवरी 2018 को महाराष्ट्र के भीमा कोरेगांव में बड़े पैमाने पर जातीय हिंसा फैलाने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश रचने के मामले में वामपंथी रुझान वाले तेलगु कवि और लेखक वरवर राव, कार्यकर्त्ता वेरनन गोंसाल्विज, अरूण फरेरा, ट्रेड यूनियन कार्यकर्त्ता सुधा भारद्वाज और सिविल लिबर्टी कार्यकर्त्ता गौतम नवलखा को पिछले दिन हिरासत में लिया था।
कोर्ट ने इन पांचों को नजरबंद रखने के आदेश दिए थे। इनको इनके घरों में ही नजरबंद किया गया है।