Edited By Monika Jamwal,Updated: 06 Aug, 2018 05:12 PM
अनुच्छेद 35 ए के मामले को लेकर श्रीनगर में सोमवार को पुलिस ने कश्मीर आर्थिक गठबंधन (के.ई.ए.) के संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (यू.एन.) की ओर मार्च को नाकाम कर दिया और गठबंधन के सह-अध्यक्ष फारुक अहमद डार को उनके दर्जनों साथियों के साथ गिरफ्तार कर लिया।
श्रीनगर : अनुच्छेद 35 ए के मामले को लेकर श्रीनगर में सोमवार को पुलिस ने कश्मीर आर्थिक गठबंधन (के.ई.ए.) के संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (यू.एन.) की ओर मार्च को नाकाम कर दिया और गठबंधन के सह-अध्यक्ष फारुक अहमद डार को उनके दर्जनों साथियों के साथ गिरफ्तार कर लिया। के.ई.ए. ने आज जम्मू-कश्मीर में विशेष स्थिति (अनुच्छेद 35 ए) पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के खिलाफ यू.एन. मार्च का आह्वान किया था।
हाथों में तख्तियां और नारेबाजी करते हुए फारुक अहमद डार के नेतृत्व में सैंकडों व्यापारी श्रीनगर के मौलाना आजाद रोड़ पर इकट्ठा हुए और धरना प्रदर्शन करने के बाद यू.एन. कार्यालय की ओर मार्च करने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों की कोशिश को नाकाम कर दिया और दर्जनों लोगों को गिरफ्तार कर लिया। के.ई.ए. सह अध्यक्ष फारुक अहमद डार, के.टी.एम.एफ. के पूर्व अध्यक्ष हाजी मोहम्मद सादिक बकाल, के.ई.ए. उपाध्यक्ष ऐजाज शहदार, जे.के.सी.सी.सी.सी. मुख्य संयोजक हाजी नजीर अहमद जरगर, वरिष्ठ नेता तस्सदुक हुसैन लावे, सचिव अरशिद अहमद भट्ट, वरिष्ठ नेता हाजी निसार और मेहराज उद्दीन सहित दर्जनों प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया।
इससे पहले फारुक अहमद डार ने पत्रकारों को बताया कि हमारे गुट ने आज अनुच्छेद 35 ए को रद्द करने के प्रयास के खिलाफ विरोध दर्ज करने के लिए लालचौक से यू.एन. कार्यालय की ओर मार्च और वहां इस मुद्दे पर ज्ञापन सौंपने का आह्वान किया था। डार ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि विशेष स्थिति (अनुच्छेद 35 ए) को रद्द करना जम्मू कश्मीर की स्वायत्तता पर प्रत्यक्ष हमला है। उन्होंने केन्द्रीय सरकार पर आर.एस.एस. का एजेंडा लागू करने का आरोप लगाया क्योंकि वह अनुच्छेद 370 को रद्द करने पर तुले हैं।