Edited By Anil dev,Updated: 19 Jun, 2020 11:50 AM
लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैन्यकर्मियों के शहीद होने के बाद देश में चीनी निर्मित उत्पादों के बहिष्कार के आह्वान का सिलसिला जोर पकड़ता जा रहा है। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है...
नई दिल्ली: लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैन्यकर्मियों के शहीद होने के बाद देश में चीनी निर्मित उत्पादों के बहिष्कार के आह्वान का सिलसिला जोर पकड़ता जा रहा है। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें एक शख्स ने घर की बालकनी ने मेड इन चाइना टीवी फेंक दिया।
वीडियो में आप देख सकते हैं कि गुजरात के सूरत में एक आवासीय सोसाइटी के निवासियों ने मिलकर चीनी उत्पादों का बहिष्कार करने का आह्वान किया। साथ ही उन्होंने पड़ोसी देश के खिलाफ रोष प्रकट करने के लिये पत्रकारों के सामने चीन में निर्मित एलसीडी टीवी भी तोड़ा। सूरत शहर के वरछा इलाके में पंचरत्न गार्डन सोसाइटी के बाहर एक नोटिस चिपका हुआ है, जिसपर लिखा है- आज से हम चीन में निर्मित सभी उत्पादों का बहिष्कार करते हैं। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
भगलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ झड़प में 20 सैनिक शहीद
आपको बतां दे कि पूर्वी लद्दाख में सोमवार रात गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 सैनिक शहीद हो गए। पिछले पांच दशक से भी ज्यादा समय में सबसे बड़े सैन्य टकराव के कारण क्षेत्र में सीमा पर पहले से जारी गतिरोध और भड़क गया है सेना ने शुरू में मंगलवार को कहा था कि एक अधिकारी और दो सैनिक शहीद हुए। लेकिन, देर शाम बयान में कहा गया कि 17 अन्य सैनिक जो अत्यधिक ऊंचाई पर शून्य से नीचे तापमान में गतिरोध के स्थान पर ड्यूटी के दौरान गंभीर रूप से घायल हो गए थे, उन्होंने दम तोड़ दिया है। इससे शहीद हुए सैनिकों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है। सरकारी सूत्रों ने कहा है कि चीनी पक्ष के सैनिक भी उसी अनुपात में हताहत हुए हैं । वर्ष 1967 में नाथू ला में झड़प के बाद दोनों सेनाओं के बीच यह सबसे बड़ा टकराव है। उस वक्त टकराव में भारत के 80 सैनिक शहीद हुए थे और 300 से ज्यादा चीनी सैन्यकर्मी मारे गए थे।