Edited By Monika Jamwal,Updated: 19 May, 2018 03:25 PM
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कश्मीर यात्र के खिलाफ अलगाववादियों द्वारा आहूत ‘लालचौक चलो’ मार्च को विफ ल करने के लिए प्रशासन ने शहर के कुछ हिस्सों में प्रतिबंध लगा दिया है।
श्रीनगर : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कश्मीर यात्र के खिलाफ अलगाववादियों द्वारा आहूत ‘लालचौक चलो’ मार्च को विफ ल करने के लिए प्रशासन ने शहर के कुछ हिस्सों में प्रतिबंध लगा दिया है। इस दौरान पुलिस ने जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जे.के.एल.एफ.) प्रमुख यासीन मलिक को कुछ दिनों पहले ही गिरफ्तार किया गया। वहीं, आज रैली निकालने की कोशिश करते हुए हुरियत कांफ्रैंस (एम) चेयरमैन मीरवायज उमर फारुक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया जबकि हुरियत कांफ्रैंस (जी) चेयरमैन सैयद अली शाह गिलानी को नजरबंद कर दिया।
बता दें कि सैयद अली शाह गिलानी, मीरवायज उमर फारुक और यासीन मलिक के संयुक्त प्रतिरोध नेतृत्व (जे.आर.एल.) ने आज प्रधानमंत्री की कश्मीर यात्रा के खिलाफ ‘लालचौक चलो’ मार्च का आह्वान किया था। अलगाववादियों के इस कदम को विफ ल करने के लिए सुरक्षा बलों ने सैयद अली शाह गिलानी को उनके घर में नजरबंद कर दिया है, जबकि मीरवाइज उमर फ ारुक को हिरासत में ले लिया गया है। इतना ही नहीं पुलिस ने अलगाववादियों के घरों पर छापा भी मारा है। वहीं श्रीनगर में एहतियातन सुरक्षा बलों की तैनाती भी बढ़ा दी गई है।
प्रतिबंध लागू
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि घाटी में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए आज को लाल चौक और उसके आसपास के इलाकों में प्रतिबंध लागू रहे।
अधिकारी के मुताबिक श्रीनगर में पहले ही अपराधिक दंड संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 लागू है, जिसके अनुसार पांच या ज्यादा लोगों का एक स्थान पर जमा होना गैर कानूनी है। अधिकारी ने बताया कि सोमवार को प्रशासन और प्रदर्शकारियों के बीच किसी भी प्रकार के संघर्ष को रोकने के लिए प्रतिबंध लगाया गया है। श्रीनगर के पुराने शहर को पूरी तरह से सील कर दिया गया। आजादी समर्थक और देश विरोधी प्रदर्शनों के गढ़ पुराने शहर की गलियों और सभी सडक़ों पर सुरक्षाबलों को तैनात किया गया। अधिकारियों के अनुसार वह किसी भी तरह का जोखिम नही उठाना चाहते है, इसलिए पुराने शहर में सख्त कफ्र्यू लागू करने के निर्देश दिए गए। इस बीच पीएम मोदी के दौरे के विरोध में अलगाववादियों के बंद से घाटी में जनजीवन प्रभावित रहा। सुरक्षा कारणों से प्रशासन ने इंटरनेट सेवाएं और स्कूल व कॉलेज दिनभर के लिए बंद कर दिए हैं।
इंटरनेट सेवाएं बंद
पुलिस ने कहा कि मोदी के दौरे के विरोध में अलगाववादियों द्वारा श्रीनगर के लाल चौक पर विरोध मार्च के आह्वान के मद्देनजर प्रशासन ने ऐहतियात के तौर पर घाटी में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं। श्रीनगर के कई इलाकों में प्रतिबंध लगाए गए हैं। सभी स्कूलों, कॉलेजों को दिनभर के लिए बंद कर दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस गिलानी के हैदरपुरा स्थित आवास और फारूक के नसीम बाग इलाके में स्थित घर पर पहुंची और एहतियात के तौर पर उन्हें नजरबंद करने के जम्मू-कश्मीर प्रशासन के फैसले से उन्हें अवगत कराया। घाटी में सुरक्षा बलों की कथित हिंसा के खिलाफ अलगाववादियों ने शहर के बीचोबीच स्थित लाल चौक तक जूलूस निकालने का आह्वान किया था।
मीरवायज ने की थी आफ्स्पा हटाने की अपील
शुक्रवार के अपने संबोधन में फारूक ने कहा था कि घाटी में आतंक-रोधी अभियानों पर एक महीने तक लगी रोक पर्याप्त नहीं है। फारूक ने केंद्र सरकार से पाकिस्तान और कश्मीर के लोगों खासकर अलगाववादी समूहों के साथ संवाद प्रक्रिया शुरू करने के साथ ही अफ्सपा जैसे कड़े कानून को हटाने की अपील की थी। अधिकारी ने बताया कि लाल चौक पहुंचने के सभी रास्ते बंद कर दिए गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी के शनिवार को कश्मीर पहुंचने से पहले शुक्रवार रात से ही पूरे शहर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।