Edited By vasudha,Updated: 08 Jan, 2021 04:39 PM
कृषि कानूनों पर जारी गतिरोध को दूर करने के लिए प्रदर्शनकारी किसान संगठनों और तीन केंद्रीय मंत्रियों के बीच आठवें दौर की वार्ता जारी है। हर वार्ता की तरह इस बार भी विज्ञान भवन से अनोखी तस्वीर सामने आई है। जहां एक तरफ 40 किसान संगठनों के प्रतिनिधियों...
नेशनल डेस्क: कृषि कानूनों पर जारी गतिरोध को दूर करने के लिए प्रदर्शनकारी किसान संगठनों और तीन केंद्रीय मंत्रियों के बीच आठवें दौर की वार्ता जारी है। हर वार्ता की तरह इस बार भी विज्ञान भवन से अनोखी तस्वीर सामने आई है। जहां एक तरफ 40 किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ सरकार की वार्ता चल रही थी तो वहीं दूसरी तरफ अन्नदाता विज्ञान भवन के बाहर लंगर चला रहे थे ।
दरअसल अन्नदाता कृषि कानूनों को लेकर इस कदर नाराज हैं कि वह हर वार्ता में सरकार का खाना खाने की बजाय अपना लाया हुआ लंगर ही खाते हैं। पिछली वार्ता में भी किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने नरेंद्र सिंह तोमर, पीयूष गोयल और सोम प्रकाश से कहा की आज हम आपके साथ खाना नही खाएंगे। आप अपना खाना खाइये और हम अपना खाएंगे।
पिछली सभी बैठकों में, दोपहर के भोजन के दौरान किसान नेताओं ने एक साथ दोपहर का भोजन किया, जबकि मंत्रियों और अन्य केंद्रीय प्रतिनिधियों ने अलग से भोजन किया। बता दें कि केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, रेलवे, वाणिज्य एवं खाद्य मंत्री पीयूष गोयल और वाणिज्य राज्य मंत्री तथा पंजाब से सांसद सोम प्रकाश करीब 40 किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ विज्ञान भवन में वार्ता कर रहे हैं। इससे पहले, चार जनवरी को हुई वार्ता बेनतीजा रही थी, क्योंकि किसान संगठन तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने की अपनी मांग पर अड़े रहे, वहीं सरकार ‘‘समस्या'' वाले प्रावधानों या गतिरोध दूर करने के लिए अन्य विकल्पों पर ही बात करने पर जोर दिया।