Edited By shukdev,Updated: 13 Sep, 2019 05:20 PM
पश्चिम बंगाल में युवाओं के लिए रोजगार की मांग को लेकर शुक्रवार को ममता सरकार के खिलाफ वाम मोर्चा से जुड़े छात्र संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया। राज्य सचिवालय की ओर मार्च कर रहे वाम मोर्चा के कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ झड़प हो जाने से कई लोग घायल...
हावड़ा: पश्चिम बंगाल में युवाओं के लिए रोजगार की मांग को लेकर शुक्रवार को ममता सरकार के खिलाफ वाम मोर्चा से जुड़े छात्र संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया। राज्य सचिवालय की ओर मार्च कर रहे वाम मोर्चा के कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ झड़प हो जाने से कई लोग घायल हो गए। सूत्रों के अनुसार, माकपा की छात्र एवं युवा शाखा के कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर पथराव किया। इसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया।
स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) और डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) के सदस्यों ने राज्य के युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों की मांग करते हुए गुरुवार को सिंगूर से रैली निकाली थी। इस रैली का शुक्रवार की दोपहर को राज्य सचिवालय पर समापन होना था। रैली सिंगूर में उस स्थान से निकाली गई थी जहां टाटा का नैनो कार संयंत्र लगना था लेकिन विरोध के चलते उसे यहां यह परियोजना रद्द करनी पड़ी थी।
इससे पहले बुधवार को कोलकाता में भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं ने भी ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया था। इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। बिजली के दामों में हुई बढ़ोतरी के खिलाफ कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। बीजेपी बढ़ी रेट वापस लेने की मांग कर रही है। शुक्रवार को लेफ्ट पार्टी की भी यही मांग है कि सरकार बिजली के बढ़े दाम वापस ले।