Edited By Monika Jamwal,Updated: 07 Nov, 2018 12:09 PM
जम्मू-कश्मीर में लद्दाख और ऐतिहासिक मुगल रोड को जोडऩे वाले 434 किलोमीटर लम्बे श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग बुधवार सातवें दिन भी हिमपात और सडक़ों पर फिसलन के कारण बंद रहा।
श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर में लद्दाख और ऐतिहासिक मुगल रोड को जोडऩे वाले 434 किलोमीटर लम्बे श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग बुधवार सातवें दिन भी हिमपात और सडक़ों पर फिसलन के कारण बंद रहा। यातायात पुलिस अधिकारी ने बताया कि 300 किलोमीटर लंबे श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक ओर से यातायात के लिए खुला है। उन्होंने कहा लद्दाख राजमार्ग कई फुट बर्फ जमने के कारण राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही को रोक दिया गया है। तापमान नीचे चले जाने और सडक़ों में बर्फ जमने से राजमार्ग पर फिसलन बढ़ गयी है। राजमार्ग से बर्फ हटाने के लिए सीमा सडक़ संठकन (बीआरओ) के श्रमिकों को अत्याधुनिक मशीनों के साथ लगाया गया है।
उन्होंने कहा हालांकि इसमें कुछ अधिक समय लगेगा और मौसम एवं सडक़ों की स्थिति में सुधार आने के बाद ही वाहनों को आवाजाही को बहाल किया जायेगा। मीनमर्ग और सोनमर्ग में सडक़ों से बर्फ को हटाने का काम चल रहा है। इस बीच मध्य कश्मीर के गंदेरबल जिले के सोनमर्ग में मंगलवार से बड़ी संख्या में लद्दाख जाने वाले वाहन जिनमें आवश्यक वस्तुओं को ले जा रहे ट्रक और तेल के टैंकर शामिल हैं फंसे हुए हैं।
इसी तरह कश्मीर जाने वाले वाहनों में खाली ट्रक और तेल के टैंकर भी द्रास, करगिल ओर मीनमर्ग और उसके अन्य जगह जोजिला में फंसे हुए हैं। उन्होंने कहा कि राजमार्ग पर तब तक किसी भी वाहनों की आवाजाही की अनुमति नहीं दी जाएगी जब तक विभिन्न स्थानों पर तैनता बीआरओ श्रमिकों और यातायात पुलिस अधिकारियों की ओर से हरी झंडी नहीं मिल जाती। क्योंकि अब भी हिमस्खलन का खतरा बना हुआ है। इसके अलावा दक्षिण कश्मीर में शोपियां को जम्मू में रोजौरी और पुंछ से जोडऩे वाले मुगल रोड पर बर्फ हटाने को कार्य अभी भी पूरा नहीं हो सकता है।
उन्होंने कहा दोनों ओर से बर्फ हटाने का काम चल रहा है। हालांकि तापमान रात में जमाव ङ्क्षबदु से नीचे जाने के कारण सडक़ों में बर्फ जम गयी है और जिससे विशेषतौर पर पीर-की-गली में फिसलन बढ़ गयी है। उन्होंने कहा बुधवार को श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक ओर से वाहन चलेंगे। जम्मू से श्रीनगर की ओर आने वाले वाहन आज चलेंगे विपरीत दिशा से वाहनों को आने की अनुमति नहीं है।