Edited By Monika Jamwal,Updated: 19 Apr, 2019 03:15 PM
कश्मीर घाटी में अलगाववादियों की एक दिन की हड़ताल के बाद शुक्रवार को आम जनजीवन सामान्य हो गया। इस दौरान बनिहाल से बारामुला तक रेल सेवा भी बहाल हो गई।
श्रीनगर : कश्मीर घाटी में अलगाववादियों की एक दिन की हड़ताल के बाद शुक्रवार को आम जनजीवन सामान्य हो गया। इस दौरान बनिहाल से बारामुला तक रेल सेवा भी बहाल हो गई। इस बीच, प्रशासन ने हिंसा भडक़ाए जाने की आशंका को देखते हुए श्रीनगर के पुराने शहर समेत वादी के सभी संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था का कड़ा बंदोबस्त रखा। गत गुरुवार को श्रीनगर-बडग़ाम संसदीय क्षेत्र में मतदान था। सैयद अली शाह गिलानी, मीरवायज उमर फारुक और यासीन मलिक के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रतिरोध नेतृत्व (जे.आर.एल.) ने मतदान के दौरान मध्य कश्मीर में बंद का आहवान किया था, लेकिन इस बंद का असर घाटी के अन्य हिस्सों में भी नजर आया और लगभग सभी शहरों व कस्बों में सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा। दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर बनिहाल-बारामुला रेल सेवा को भी बंद रखा था।
हालांकि, आज सुबह सूर्योदय के साथ ही कश्मीर में एक बार फिर सामान्य जनजीवन पटरी पर लौट आया। सभी दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान सामान्य दिनों की तरह ही खुले। स्कूल-कालेजों में भी सामान्य रुप से अकादमिक गतिविधियां बहाल हुई। सडक़ों पर वाहनों की आवाजाही भी सामान्य हो गई। हालांकि गांदरबल जिले के कुछ हिस्सों में गत शाम को हुई हिंसा का असर आज सुबह नजर आया। लेकिन वह भी दोपहर तक पूरी तरह गायब हो गया। इस बीच श्रीनगर में गुरूवार को सुरक्षा कारणों से बंद की गई मोबाईल इंटरनेट सेवा और रेल सेवा को शुक्रवार को एक बार फिर से बहाल कर दिया गया है।
बता दें कि गुरूवार को श्रीनगर-बडगाम निर्वाचन क्षेत्र में हुए मतदान के मद्देनजऱ प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से कश्मीर घाटी में गुरूवार को रेल सेवा स्थगित रखी थी। रेल सेवा के साथ ही श्रीनगर, बडगाम तथा गांदरबल जिलों में मोबाईल इंटरनेट सेवा भी स्थगित कर दी गई थी हालाकि ब्राडबैंड़ सेवा सामान्य रूप से काम कर रही थी।