Edited By Anu Malhotra,Updated: 06 Aug, 2024 09:21 AM
प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे और देश छोड़ने के बाद भी बांग्लादेश में हिंसा की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। उपद्रवियों ने अब अल्पसंख्यक हिंदुओं, शेख हसीना और उनकी पार्टी आवामी लीग के समर्थकों और उनके प्रतिष्ठानों को निशाना बनाना शुरू कर...
नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे और देश छोड़ने के बाद भी बांग्लादेश में हिंसा की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। उपद्रवियों ने अब अल्पसंख्यक हिंदुओं, शेख हसीना और उनकी पार्टी आवामी लीग के समर्थकों और उनके प्रतिष्ठानों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है।
सोमवार को जेसोर में एक होटल में उपद्रवियों ने आग लगा दी, जिसमें आठ लोगों की जलकर मौत हो गई और 84 अन्य घायल हो गए। यह होटल आवामी लीग के नेता शाहीन चकलादार का था, जो जेसोर जिले के आवामी लीग महासचिव हैं। डिप्टी कमिश्नर अबरारुल इस्लाम ने इस घटना की पुष्टि की। मृतकों में से दो की पहचान 20 वर्षीय चयन और 19 वर्षीय सेजन हुसैन के रूप में हुई है। जशोर जनरल अस्पताल में 84 लोगों का इलाज चल रहा है, जिनमें से अधिकांश छात्र हैं।
उपद्रवियों ने आवामी लीग के सांसद काजी नबील के आवास पर भी तोड़फोड़ की और आग लगा दी। इसके अलावा, बांग्लादेश के क्रिकेटर लिटन दास और पूर्व कप्तान मशरफे मुर्तजा के घरों को भी आग के हवाले कर दिया गया। मशरफे मुर्तजा आवामी लीग के नेता हैं और जनवरी में हुए आम चुनावों में शेख हसीना की पार्टी से चुनाव लड़कर संसद सदस्य बने थे। लिटन दास, जो बांग्लादेश क्रिकेट टीम के विकेटकीपर और ओपनर हैं, अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय से आते हैं।