Edited By Seema Sharma,Updated: 24 Jul, 2019 11:07 AM
रेलवे के भोजन में छिपकली मिलने के एक दिलचस्प मामले में आखिरकार सच्चाई सामने आ गई है। सच यह है कि शिकायतकर्त्ता वरिष्ठ नागरिक सुरेन्द्र पाल सिंह ने मुफ्त में रेलवे का भोजन पाने के लिए अपने भोजन को दूषित किया था।
नई दिल्ली: रेलवे के भोजन में छिपकली मिलने के एक दिलचस्प मामले में आखिरकार सच्चाई सामने आ गई है। सच यह है कि शिकायतकर्त्ता वरिष्ठ नागरिक सुरेन्द्र पाल सिंह ने मुफ्त में रेलवे का भोजन पाने के लिए अपने भोजन को दूषित किया था। एक वरिष्ठ विभागीय वाणिज्यिक प्रबंधक (डी.सी.एम.) ने मामले से संबंधित 2 घटनाओं में समानता पाई और सुरेंद्र की चाल में फंसे रेलवे उपमंडल को सतर्क किया।
वरिष्ठ विभागीय अधिकारी बसंत कुमार शर्मा ने बताया, ‘‘एक ही व्यक्ति ने 14 जुलाई को पहले जबलपुर स्टेशन पर अपने समोसे में छिपकली मिलने का दावा किया और फिर उसी ने गुंटकल स्टेशन पर अपनी बिरयानी में भी छिपकली मिलने की शिकायत की। मुझे संदेह हुआ और मैंने उस व्यक्ति की तस्वीर सांझा करते हुए वरिष्ठ डी.सी.एम. को सतर्क किया। वह 70 साल के रहे होंगे और मुफ्त में भोजन पाने के लिए उन्होंने ऐसा किया।