Edited By Seema Sharma,Updated: 18 May, 2020 09:28 AM
लॉकडाउन के चौथे चरण के दिशानिर्देशों में केंद्र सरकार ने आरोग्य सेतु ऐप को लेकर भी बड़ा फैसला लिया है। केंद्र सरकार ने आरोग्य सेतु ऐप से जुड़े नियम को सरल बना दिया है। सरकार ने इस ऐप को डाउनलोड करने की अनिवार्यता ( necessity) खत्म करके इसे वैकल्पिक...
नेशनल डेस्क: लॉकडाउन के चौथे चरण के दिशानिर्देशों में केंद्र सरकार ने आरोग्य सेतु ऐप को लेकर भी बड़ा फैसला लिया है। केंद्र सरकार ने आरोग्य सेतु ऐप से जुड़े नियम को सरल बना दिया है। सरकार ने इस ऐप को डाउनलोड करने की अनिवार्यता ( necessity) खत्म करके इसे वैकल्पिक (Alternative) कर दिया है, यानि कि अब कंपनियां चाहें तो वो इस ऐप को अपने कर्मचारियों को फोन में रखने की सलाह दे सकती है या नहीं भी। आरोग्य सेतु ऐप को कोरोना वायरस संक्रमण की निगरानी के लिए विकसित किया गया है।
गृह मंत्रालय के रविवार को जारी नए दिशानिर्देशों में सरकार ने ऐप के फायदों पर विशेष जोर दिया है। सरकार ने कहा कि यह ऐप कोरोना वायरस के संभावित जोखिम का पहले से पता लगाने में मदद करता है। यह व्यक्तियों और समाज के सुरक्षा कवच की तरह है।
नए दिशानिर्देशों के मुताबिक कि कार्यालयों और कार्यस्थलों पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मालिक को सभी कर्मचारियों के मोबाइल में आरोग्य सेतु ऐप को डलवाना सुनिश्चित करने के प्रयास करने चाहिए। जबकि इससे पहले 1 मई को जारी दिशानिर्देशों में सरकार ने सभी कर्मचारियों के लिए आरोग्य सेतु ऐप को डाउनलोड करना जरूरी बताया था और कहा ता कि यह सभी के फोन में होना चाहिए। रविवार को जारी दिशानिर्देशों के मुताबिक केंद्र ने कहा कि अब जिला प्रशासन के पास यह अधिकार होगा कि वह किसी व्यक्ति को यह ऐप डालने के लिए परामर्श दे सकता है। साथ ही नियमित आधार पर उसके स्वास्थ्य की निगरानी रख सकता है।