Edited By Anil dev,Updated: 30 Jun, 2020 04:53 PM
कोविड-19 महामारी संकट और उसके बाद लॉकडाउन से जहां एक तरफ अर्थव्यवस्था में नरमी के हालात हैं। वहीं लिंक्डइन के एक सर्वेक्षण के मुताबिक हर चार में एक भारतीय पेशेवर को उम्मीद है कि अगले छह महीने में उनकी आय और बचत में बढ़त होगी।
नई दिल्ली: कोविड-19 महामारी संकट और उसके बाद लॉकडाउन से जहां एक तरफ अर्थव्यवस्था में नरमी के हालात हैं। वहीं लिंक्डइन के एक सर्वेक्षण के मुताबिक हर चार में एक भारतीय पेशेवर को उम्मीद है कि अगले छह महीने में उनकी आय और बचत में बढ़त होगी। साथ ही उनका निजी खर्च भी बढ़ेगा। लिंक्डइन के इस सर्वेक्षण में देश के 1,351 पेशेवर शामिल हुए। यह सर्वेक्षण एक जून से 14 जून के बीच किया गया जो दिखाता है पेशेवर अपनी निजी वित्तीय हालत को लेकर अधिक विश्वस्त हैं। ठीक ऐसा ही एक सर्वेक्षण चार मई से 17 मई के बीच किया गया था। इससे तुलना करने पर देखें तो नवीनतम सर्वेक्षण में भारतीय पेशेवरों का विश्वास मजबूत हुआ है। मई में लिंक्डइन के इस सर्वेक्षण में 1,464 पेशेवर शामिल हुए थे।
मई के सर्वेक्षण में 20 प्रतिशत पेशेवरों को अपनी आय बढऩे, 27 प्रतिशत को बचत बढऩे और 23 प्रतिशत को निजी खर्च बढऩे की उम्मीद थी। नवीनतम सर्वेक्षण में हर चार में से एक पेशेवर को अगले छह महीनों में आय और निजी खर्च बढने की उम्मीद है। वहीं हर तीन में से एक को लगता है कि उनकी निजी बचत में बढ़ोत्तरी होगी। निकट अवधि में नियोक्ता की हालत पर विश्वास को लेकर सर्वेक्षण बताता है कि सेवा क्षेत्र के कॉरपोरेट पेशेवरों में 50 प्रतिशत, विनिर्माण क्षेत्र के 46 प्रतिशत और शिक्षा से जुड़़े 41 प्रतिशत पेशेवरों का मानना है कि अगले छह महीनों में उनकी कंपनी का प्रदर्शन अच्छा रहेगा। जबकि दीर्घावधि के लिए विनिर्माण क्षेत्र के 64 प्रतिशत, सेवा क्षेत्र के कॉरपोरेट में 60 प्रतिशत और सॉफ्टवेयर एवं सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र के 59 प्रतिशत पेशेवरों को लगता है कि उनकी कंपनियां अगले एक साल में बेहतर प्रदर्शन करेंगी।