Edited By Anil dev,Updated: 03 Apr, 2020 04:20 PM
देश में कोरोना वायरस (coronavirus) के कहर ने तेज रफ्तार पकड़ ली है, अब तक संक्रमित लोगों की संख्या 2600 से अधिक हो गई है,वहीं इस खतरनाक वायरस से 73 लोगों की मौतें हो चुकी हैं।
नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस (coronavirus) के कहर ने तेज रफ्तार पकड़ ली है, अब तक संक्रमित लोगों की संख्या 2600 से अधिक हो गई है,वहीं इस खतरनाक वायरस से 73 लोगों की मौतें हो चुकी हैं। वहीं लोगों की जान बचाने के लिए सरकार ने कोरोना से खुद को बचाने के लिए लोगों को घरों में बंद रहना जरूरी है। इसलिए सरकार और प्रशासन ने लॉकडाउन लगाया है, लेकिन इसी लॉकडाउन के बीच जब दूर किसी अपनों की जान खतरे में पड़ जाए, तो क्या करेंगे।
50 किमी साइकिल चलाकर पति के पास पहुंची
ऐसा ही कुछ हुआ आदिवासी महिला सुकुरमनी के साथ। गुरुवार को अपने बीमार पति से मिलने सोनुवा के महुलडीहा गांव की सुकुरमुनी कंडेईबुरु अपनी दूधमुंही बच्ची को लेकर साइकिल से ही चाईबासा मुफ्फसिल थाना के पासाहातु गांव के लिए निकल पड़ी। कोरोना के खौफ को दरकिनार करते हुए अपनी दूधमुंही बच्ची को गोद में लेकर सुकुरमनी सुबह 6 बजे से 11.30 बजे तक लगातार 50 किमी साइकिल चलाकर पति के पास पहुंची।
लॉकडाउन के कारण घर में कैद हो गई
सुकुरमनी ने बताया कि वह लॉकडाउन होने से पहले वह अपनी बच्ची को लेकर अपनी मां के पास सोनुवा थाना के अंतर्गत महुलडीहा गांव गई हुई थी। लॉकडाउन के कारण वह वहीं कैद होकर रह गई। तभी गुरुवार की सुबह उसे सूचना मिली कि उसका पति बसुंडा कंडेईबुरु बीमार है। इससे वह बेचैन हो उठी। कोई वाहन नहीं मिला तो उसने साइकिल से ही अपने पति के पास जाने का सोचा और चल पड़ी। पति को देखने के बाद उसका मन शांत हुआ।