Edited By Seema Sharma,Updated: 08 Apr, 2020 10:00 AM
कोरोना खतरे के चलते पूरा देश 21 दिन के लिए लॉकडाउन है। लोग फिलहाल अपने घरों में ही हैं। लॉकडाउन 14 अप्रैल तक है, यह खत्म होगा या आगे बढ़ेगा इस पर अभी कुछ भी कहा नहीं जा सकता और न ही सरकार की तरफ से अभी कुछ स्पष्ट किया गया है। वैसे लॉकडाउन के खत्म...
नेशनल डेस्कः कोरोना खतरे के चलते पूरा देश 21 दिन के लिए लॉकडाउन है। लोग फिलहाल अपने घरों में ही हैं। लॉकडाउन 14 अप्रैल तक है, यह खत्म होगा या आगे बढ़ेगा इस पर अभी कुछ भी कहा नहीं जा सकता और न ही सरकार की तरफ से अभी कुछ स्पष्ट किया गया है। वैसे लॉकडाउन के खत्म होनी तारीख करीब आती जा रही है और ऐसे में केंद्र और राज्य सरकारें भी आगे की प्लानिंग में जुटी हुई हैं।
सूत्रों की मानें तो अगर 14 अप्रैल को लॉकडाउन खोला जाता है तो कुछ शर्तें हैं जो जनता के सामने रखी जा सकती हैं। मतलब कुछ नियमों के साथ जनता को लॉकडाउन पर छूट दी जाएगी। हालांकि कुछ राज्य सरकारें हैं जो लॉकडाउन को आगे बढ़ाने की मांग कर रही हैं जबकि कुछ इसके खोलने के पक्ष में हैं।
जनता को करना पड़ सकता है इन नियमों का पालन
- COVID-19 को लेकर बने मंत्री समूह (GoM) की मंगलवार को बैठक हुई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाले इस समूह ने ऑड-ईवन लागू करने, यातायात के सार्वजनिक साधनों में लोगों की संख्या तय करने जैसे सुझाव दिए हैं। साथ ही GoM ने सिफारिश की कि मॉल और स्कूल 15 मई तक बंद रखे जाएं और फिलहाल धर्मस्थलों पर रोक जारी रहे। बता दें कि ऑड-ईवन फॉर्म्युला दिल्ली में प्रदूषण बढ़ने पर अपनाया जाता रहा है।
- कार में सवार लोगों के लिए लिमिट भी तय की जा सकती है। यानि कि सिर्फ दो सवारियां या तीन
- 14 अप्रैल के बाद भी एक राज्य से दूसरे राज्य लोग बिना किसी रोक-टोक के जा सकें इसकी संभावना कम है। एक सरकारी अधिकारी के मुताबिक स्टेट बॉर्डर खोलने का फिलहाल सवाल ही पैदा नहीं होता।
- ट्रेन, मेट्रो और फ्लाइट भी शायद अभी शुरू नहीं होंगी।
- सरकार मैडिकल स्टोर, किराना स्टोर के साथ-साथ कुछ और जरूरी चीजों की दुकानों को खोलने की छूट दे सकती है लेकिन कोरोना के हॉट-स्पॉट और बड़े शहरों के लिए नियम अलग-अलग होंगे।
बता दें कि महाराष्ट्र, तेलंगाना, पंजाब और मध्य प्रदेश सभी की सरकारों ने लॉकडाउन बढ़ाने का समर्थन किया है। हालंकि केंद्र क्या फैसला लेती है इस पर पूरे देश की नजरें टिकी हुई है। सूत्रों के मुताबिक केंद्र लॉकडाउन से देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ रहे गंभीर असर पर भी चिंतन कर रही है कि इस खतरे से कैसे उभरा जाए।