Edited By Anil dev,Updated: 28 Dec, 2019 02:13 PM
लोकसभा चुनावों के दौरान प्रधानमंत्री और बीजेपी अध्यक्ष को आचारसंहिता उल्लंघन मामले में क्लीनचिट देने का विरोध करने वाले चुनाव आयुक्त अशोक लवासा ने एक बार लेख के जरिए केंद्र सरकार पर हमला किया है। उन्होंने कहा है कि उन्हें ईमानदारी की कीमत चुकानी पड़...
नई दिल्लीः लोकसभा चुनावों के दौरान प्रधानमंत्री और बीजेपी अध्यक्ष को आचारसंहिता उल्लंघन मामले में क्लीनचिट देने का विरोध करने वाले चुनाव आयुक्त अशोक लवासा ने एक बार लेख के जरिए केंद्र सरकार पर हमला किया है। उन्होंने कहा है कि उन्हें ईमानदारी की कीमत चुकानी पड़ रही है।
जीवन में हर चीज के लिए ईमानदारी की एक कीमत होती है
एक अंग्रेजी अखबार में लिखे अपने लेख में लवासा ने लिखा है कि जीवन में हर चीज के लिए ईमानदारी की एक कीमत होती है। भले उस ईमानदारी की कीमत सीधे तौर पर या किसी तरह की क्षति के जरिए चुकानी पड़ती हो लेकिन ईमानदार कार्रवाई का खामियाजा भुगतना पड़ता है। चुनाव आयुक्त ने लिखा है कि उन लोगों से किसी तरह की उम्मीद करना नासमझी है, जिनका विरोध ईमानदारी से विनम्रतापूर्वक भी किया गया है।
परिवार के तीन सदस्यों को मिला है आयकर विभाग का नोटिस
गौरतलब है कि सितंबर महीने में अशोक लवासा के परिवार के तीन सदस्यों को आयकर विभाग का नोटिस मिला, जिसमें उनकी पत्नी नोवेल लवासा, बहन शकुंतला और बेटे अबीर लवासा शामिल हैं. इन सभी को आयकर की घोषणा न करने और अघोषित संपत्ति के आरोप में नोटिस भेजा गया था।इस मामले में कार्यवाही जारी है।