Edited By Anil dev,Updated: 21 Sep, 2018 01:07 PM
आगामी लोकसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी किसी भी स्तर पर कमजोर नहीं पड़ना चाहती। भारतीय जनता पार्टी को टक्कर देने के लिए शिव भक्ति से कांग्रेस अपनी शक्ति बढ़ाने की कोशिश कर रही है। कैलाश मानसरोवर की यात्रा से लौटे राहुल गांधी की जनसभाओं में अब...
नई दिल्ली (नवोदय टाइम्स): आगामी लोकसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी किसी भी स्तर पर कमजोर नहीं पड़ना चाहती। भारतीय जनता पार्टी को टक्कर देने के लिए शिव भक्ति से कांग्रेस अपनी शक्ति बढ़ाने की कोशिश कर रही है। कैलाश मानसरोवर की यात्रा से लौटे राहुल गांधी की जनसभाओं में अब भोलेनाथ का जयघोष हो रहा है। ‘बोल बम-बोल बम’ और ‘हर-हर महादेव’ के जयकारों से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जोश भरा जा रहा है। रैली वाले पोस्टरों में भी कांग्रेस के नेता राहुल गांधी को शिवभक्त के रूप में दर्शा रहे हैं। वहीं, राहुल गांधी भी जनसभाएं करने के साथ मंदिरों और मठों में भी विशेष रूप से जा रहे हैं।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव का बिगुल फूंकने के लिए राहुल गांधी सोमवार को भोपाल पहुंचे। यहां मंच संचालन कर रहीं शोभा ओझा ने राहुल से कहा कि सभी कार्यकर्ता जानना चाहते हैं कि कैलाश मानसरोवर यात्रा से किस तरह के अनुभव हुए। कुछ संस्मरण सुनाइए। इस पर राहुल ने कहा कि कैलाश मानसरोवर जाने के बाद जब व्यक्ति लौटता है, तो वह पूरी तरह से बदल जाता है। उसकी सोच बदल जाती है और उसमें एक गहराई आ जाती है। राहुल गांधी राजस्थान के डूंगरपुर पहुंचे तो वहां भी जनसभा में ‘बोल बम’ के नारे लगे।
जानकारों के मुताबिक, यह सब कांग्रेस की कथित ‘हिंदू विरोधी’ छवि को मिटाने के लिए किया जा रहा है। 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार पर हुई समीक्षा में एंटनी कमेटी ने संगठन को ‘प्रो-मुस्लिम’ या ‘हिंदू विरोधी’ छवि को ही हार की बड़ी वजह बताया था। यही धारणा खत्म करने के मकसद से राहुल ने मंदिरों के दर्शन करने शुरू कर दिए। बता दें कि 2014 में नरेंद्र मोदी की सभाओं में ‘हर-हर मोदी’ और ‘जय श्री राम’ के नारे भी खूब लगे थे। अब 2019 के लोकसभा चुनाव की कांग्रेसी सभाओं में ‘बोल बम’ के नारे सुनाई देंगे।