Edited By Anil dev,Updated: 06 Jul, 2019 03:11 PM
लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस की हार के बाद अध्यक्ष राहुल गांधी (RAHUL GANDHI) ने इस्तीफा दे दिया है। हालांकि कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता, सांसद-मंत्री राहुल गांधी का फैसला बदलने को लेकर मान-मनौव्वल कर रहे हैं,
नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस की हार के बाद अध्यक्ष राहुल गांधी (RAHUL GANDHI) ने इस्तीफा दे दिया है। हालांकि कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता, सांसद-मंत्री राहुल गांधी का फैसला बदलने को लेकर मान-मनौव्वल कर रहे हैं, परन्तु राहुल गांधी अपने फैसले पर अडिग हैं। अगर पार्टी राहुल गांधी का इस्तीफा स्वीकार करती है तो ऐसी स्थिति में पार्टी में ऐसे कौनसे चेहरे हैं, जो पार्टी का अगला अध्यक्ष हो सकते हैं। आईए जानते हैं कौनसे वरिष्ठ नेता कांग्रेस कि कमान संभाल सकते हैं...
एके एंटोनी :
भारत के पूर्व रक्षामंत्री एके एंटोनी को यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी का काफी करीबी माना जाता है। एके एंटोनी केरल से आते हैं। माना जा रहा है कि अध्यक्ष पद पर दक्षिण भारत के किसी बड़े नेता को बैठाया जा सकता है।
इस बार राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव केरल की वायनाड सीट से जीता है, जबकि अपनी परंपरागत अमेठी सीट से वे चुनाव हार गए। यदि गांधी परिवार से बाहर कोई अध्यक्ष बनता है तो एंटोनी का दावा सबसे मजबूत हो सकता है। क्या कांग्रेस में राहुल गांधी के खिलाफ फैल रहा है असंतोष?
अशोक गहलोत :
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी पार्टी की कमान सौंपी जा सकती है। गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने गेहलोत को जिम्मेदारी सौंपी थी, जिसमें पार्टी ने पहले की तुलना में काफी अच्छा प्रदर्शन करते हुए 80 सीटों पर जीत हासिल की थी। 2012 में कांग्रेस को सिर्फ 61 सीटों पर जीत मिली थी।
राजस्थान में भी उनके नेतृत्व में कांग्रेस ने सत्ता में वापसी की है। ऐसे में गहलोत को अध्यक्ष बनाए जाने की संभावनाएं भी कम नहीं हैं। दूसरी ओर, यदि गहलोत को पार्टी की कमान सौंपी जाती है तो युवा चेहरे सचिन पायलट को राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। ऐसे में राज्य में जारी गुटबाजी पर भी विराम लग सकता है।
मल्लिकार्जुन खड़गे :
मल्लिकार्जुन खड़गे को भी कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। खड़गे को गांधी परिवार का करीबी माना जाता है। वे 16वीं लोकसभा में कांग्रेस के नेता भी रह चुके हैं।
वे कांग्रेस और गांधी परिवार का पक्ष भी मजबूती से रखते हैं। हालांकि लोकसभा चुनाव 2019 में मल्लिकार्जुन खड़गे को कर्नाटक की गुलबर्गा सीट से हार का सामना करना पड़ा था।