Edited By Anil dev,Updated: 28 Dec, 2019 03:23 PM
राजस्थान के कोटा स्थित एक अस्पताल में 48 घंटों में 10 बच्चों की मौत होने से सनसनी मच गई है। यह सभी बच्चे एनआईसीयू में भर्ती थे। इस घटना के बाद तुंरत हरकत में आए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत देर रात जेके लॉन अस्पताल अधीक्षक डॉ. एचएल मीणा को हटा...
नई दिल्लीः राजस्थान के कोटा स्थित एक अस्पताल में 48 घंटों में 10 बच्चों की मौत होने से सनसनी मच गई है। यह सभी बच्चे एनआईसीयू में भर्ती थे। इस घटना के बाद तुंरत हरकत में आए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत देर रात जेके लॉन अस्पताल अधीक्षक डॉ. एचएल मीणा को हटा दिया गया। उनकी जगह डॉ. सुरेश दुलारा को नया अधीक्षक बनाया गया है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने किया मेडिकल इंतजाम करने का अनुरोध
वहींं लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने अपने संसदीय क्षेत्र कोटा के एक अस्पताल में पिछले दो दिनों में 10 शिशुओं की मौत होने पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इस विषय की जांच-पड़ताल कराने और आवश्यक मेडिकल इंतजाम करने का अनुरोध किया। बिरला ने कहा कि कोटा-बूंदी संसदीय क्षेत्र में स्थित जेके लोन अस्पताल में शिशुओं की असमय मौत सभी के लिए चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि इस बड़े अस्पताल में योग्य चिकित्साकर्मियों और जीवन रक्षक उपकरणों के अभाव के चलते हर साल 800 से 900 शिशुओं और 200 से 250 बच्चों की मौत हो जाती है।
बिरला ने लिखा गहलोत को पत्र
बिरला ने गहलोत को लिखे पत्र में कहा कि जानकारी के मुताबिक अस्पताल में जीवन रक्षक उपकरण काम नहीं कर रहे हैं और योग्य चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल कर्मचारी के कई पद खाली हैं। उन्होंने इसे हर साल इस अस्पताल में शिशुओं और बच्चों की मौत होने की मुख्य वजह बताया और इस विषय की जांच पड़ताल करने के लिए गहलोत से एक कमेटी गठित करने का अनुरोध किया। बिरला ने कहा कि उन्होंने इस विषय की जांच पड़ताल करने और अस्पताल में सुविधाओं को बेहतर करने के लिए तथा सभी आवश्यक इंतजाम करने का गहलोत से व्यक्तिगत रूप से अनुरोध किया है।