Edited By Anil dev,Updated: 28 Dec, 2018 11:57 AM
राफेल मामले में कांग्रेस सदस्यों की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की मांग तथा अलग-अलग मुद्दों पर माकपा, अन्नाद्रमुक एवं तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के सदस्यों के हंगामे के कारण शुक्रवार को लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के करीब 20 मिनट बाद ही दोपहर...
नई दिल्ली: राफेल मामले में कांग्रेस सदस्यों की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की मांग तथा अलग-अलग मुद्दों पर माकपा, अन्नाद्रमुक एवं तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के सदस्यों के हंगामे के कारण शुक्रवार को लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के करीब 20 मिनट बाद ही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। प्रश्नकाल शुरू होने के साथ ही कांग्रेस सदस्य राफेल विमान सौदे की जांच के लिए जेपीसी के गठन की मांग करते हुए अध्यक्ष के आसन के पास आ गए। तेदेपा सदस्य भी आंध्रप्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग करते हुए हाथों में तख्तियां लेकर आसन के निकट पहुंच गए।
कुछ देर बाद अन्नाद्रमुक सदस्य भी कावेरी नदी पर बांध का निर्माण रोकने की मांग करते हुए आसन के निकट पहुंच गए। माकपा के सदस्यों ने भी सरकार से महिला आरक्षण विधेयक पारित कराने की मांग करते हुए नारेबाजी की। कांग्रेस सदस्यों के हाथों में तख्तियां थीं जिन पर ‘वी डिमांड जेपीसी’ , ‘प्रधानमंत्री चुप्पी तोड़ो’ तथा अन्य नारे लिखे हुए थे। शोर शराबे के बीच ही अध्यक्ष ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना तथा बच्चों के लिए छात्रावास से संबंधित प्रश्न लिए। इस पर स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने पूरक प्रश्न के उत्तर भी दिए ।
लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदस्यों से अपने स्थान पर जाने और सदन की बैठक चलने देने को कहा, लेकिन हंगामा थमता नहीं देख उन्होंने कार्यवाही शुरू होने के करीब 20 मिनट बाद ही बैठक दोपहर 12 बजे तक के लिये स्थगित कर दी।