Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Mar, 2018 05:10 PM
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में एक हैरान करने वाला मामला देखने को मिला जहां डॉक्टर ने एक व्यक्ति को मृत घोषित कर उसका शव पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवा दिया। तभी पोस्टमार्टम करने पहुंचे डॉक्टर के होश उस समय उड़ गए जब मरीज की पल्स चलने लगी।
नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में एक हैरान करने वाला मामला देखने को मिला जहां डॉक्टर ने एक व्यक्ति को मृत घोषित कर उसका शव पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवा दिया। तभी पोस्टमार्टम करने पहुंचे डॉक्टर के होश उस समय उड़ गए जब मरीज की पल्स चलने लगी।
जानकारी के मुताबिक, रविवार को परासिया के मोआरी में एक दुर्घटना के दौरान एक युवक की गंभीर रुप से घायल हो गया। उसको तुंरत इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों को विश्वास नहीं हुआ कि उनका बेटा अब इस दुनिया में नहीं है, वे उसे नागपुर के अस्पताल ले गए। जहां युवक को एक बार फिर मृत घोषित करते हुए शव को वापस छिंदवाड़ा भेज दिया गया।
छिंदवाड़ा अस्पताल में शव को मॉर्चुरी में ले जाया गया, जहां उसका पोस्टमार्टम किया जाना था। इसके बाद शव को परिजनों को सौंप दिया जाता। पोस्टमार्टम की सारी तैयारी होने पर डॉक्टर और स्वीपर मॉर्चुरी में पहुंचे, लेकिन जैसे ही वे युवक के नजदीक पहुंचे उसने उनका हाथ पकड़ लिया। इस मामले की खबर लगते ही सरकारी अस्पताल में घायल युवक को देखने वालों का तांता लग गया। युवक के परिजन इसे चिकित्सकों की लापरवाही के साथ साथ चमत्कार भी मान रहे हैं।