Edited By Anil dev,Updated: 21 Apr, 2018 05:11 PM
मध्यप्रदेश के इंदौर शहर के महात्मा गांधी रोड थाना पुलिस को चार माह की एक मासूम बच्ची का शव मिला है। शार्ट पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसके साथ दुष्कर्म करने के बाद उसका गला दबाकर मार दिए जाने पुष्टि हुई है। पुलिस के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इंदौर के...
इंदौर: इंदौर में छह महीने की एक मासूम बच्ची के अपहरण और कथित बलात्कार के बाद उसकी हत्या किए जाने के सनसनीखेज मामले में पुलिस ने वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी को धर दबोचा है और मामले में कथित संवेदनहीनता एवं लापरवाही बरतने के चलते सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) को निलंबित कर दिया गया है।
पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) हरिनारायणाचारी मिश्रा ने आज बताया कि मामले में देर रात नवीन गाडगे (25) को पकड़ लिया गया। यह शख्स बच्ची का दूर का रिश्तेदार है। डीआईजी ने बताया कि बच्ची के परिजन गुब्बारे बेचकर गुजारा करते हैं। गुरुवार रात जब वे ऐतिहासिक राजबाड़ा महल के सामने अपने परिवार के साथ खुले में सो रहे थे तभी गाडगे ने बगल में सो रही दुधमुंही बच्ची को कथित तौर पर अगवा कर लिया।
कैसे दिया वारदात को अंजामः
- मिश्रा ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज के हवाले से बताया, ''अपहरण के बाद आरोपी सोती बच्ची को अपने कंधे पर डालकर निकला, ताकि लोगों को शक ना हो। फिर वह उसे करीब 50 मीटर दूर स्थित वाणिज्यिक इमारत के तलघर में ले गया।''
- डीआईजी ने बताया कि आरोप है कि बलात्कार के बाद गाडगे ने बच्ची को कुछ फुट ऊंचाई से फेंककर उसकी हत्या कर दी। बच्ची का शव शुक्रवार दोपहर बरामद किया गया।
सामने आई एएसआई की लापरवाही
इस बीच, मामले में संवेदनहीनता एवं लापरवाही बरतने के आरोप में सर्राफा पुलिस थाने के एएसआई त्रिलोक सिंह वरकड़े को निलंबित कर दिया गया है। आरोप है कि बच्ची के लापता होने के बाद जब घबराए परिजन शुक्रवार सुबह पुलिस थाने पहुंचे तो एएसआई ने उन्हें कहा कि दोपहर 12 बजे थाना प्रभारी आएंगे। इसके बाद ही मामले में प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।