Edited By Harman Kaur,Updated: 02 Sep, 2024 04:07 PM
महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में सोमवार को सुबह नौ बजे तक पिछले 24 घंटों में भारी बारिश हुई। परभणी जिले के पाथरी गांव में सबसे अधिक 314 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, चार लोगों की मौत हो गई और ग्रामीण इलाकों में सामान्य जन-जीवन प्रभावित हो गया।...
नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में सोमवार को सुबह नौ बजे तक पिछले 24 घंटों में भारी बारिश हुई। परभणी जिले के पाथरी गांव में सबसे अधिक 314 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, चार लोगों की मौत हो गई और ग्रामीण इलाकों में सामान्य जन-जीवन प्रभावित हो गया। राजस्व प्राधिकारियों के प्रारंभिक आकलन के अनुसार, भारी बारिश के कारण कम से कम 63 गांवों के लोग प्रभावित हुए तथा कुछ मकानों और 45 हेक्टेयर भूमि पर फसलों को नुकसान पहुंचा है।
नांदेड़ में सोमवार की सुबह विष्णुपुरी बांध के गेट खोल दिए गए। जयकवाड़ी बांध का जलस्तर बढ़ने के कारण गोदावरी नदी के किनारे बसे गांवों में ‘अलर्ट' जारी कर दिया गया है। अधिकारियों के अनुसार, मराठवाड़ा के सभी आठ जिलों के 284 राजस्व क्षेत्रों में रविवार को 65 मिमी से अधिक भारी बारिश हुई। अधिकारियों ने बताया कि पिछले 24 घंटों में पाथरी गांव में सबसे अधिक 314.50 मिमी बारिश दर्ज की गई, इसके बाद परभणी के बाभलगांव क्षेत्र में 277 मिमी बारिश दर्ज की गई। भारी बारिश के कारण हिंगोली और सेनगांव गांवों को जोड़ने वाला पुल जलमग्न हो गया। सिद्धेश्वर, जयकवाड़ी और विष्णुपुरी बांधों से सोमवार को पानी छोड़ा जा रहा है। 11 प्रमुख परियोजनाओं में जल संग्रहण स्तर बढ़कर 71.44 प्रतिशत हो गया।
88 पशुओं की गई जान
विष्णुपुरी बांध पूरी तरह भर गया है जबकि जयकवाड़ी में जल संग्रहण 87.03 प्रतिशत तक पहुंच गया है। जयकवाड़ी बांध की दाहिनी नहर से 700 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि नांदेड़ में विष्णुपुरी बांध के 10 गेट खोल दिए गए हैं और 1.01 लाख क्यूसेक की दर से पानी छोड़ा गया है। अधिकारियों ने बताया, ‘‘एक सितंबर को बारिश के कारण कम से कम चार लोगों और 88 पशुओं की जान चली गई। 29 पक्के और 135 कच्चे मकान क्षतिग्रस्त हो गए। इसी तरह 18 गांवों के 74 किसानों की 45.20 हेक्टेयर भूमि पर फसलें भी प्रभावित हुईं।''