Edited By vasudha,Updated: 18 Jul, 2021 11:19 AM
महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का शिकंजा कसता ही जा रहा है। ED ने रविवार को नागपुर में अनिल देशमुख के घर पर छापेमारी की। ईडी की टीमों ने अनिल देशमुख के नागपुर और उनके गांवों के घरों में छापे मारे हैं। इससे पहले...
नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का शिकंजा कसता ही जा रहा है। ED ने रविवार को नागपुर में अनिल देशमुख के घर पर छापेमारी की। ईडी की टीमों ने अनिल देशमुख के नागपुर और उनके गांवों के घरों में छापे मारे हैं। इससे पहले देखमुख और उनके परिवार की 4.20 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति कुर्क की गई थी
देशमुख का के पुराने घर में भी मारा छापा
जानकारी के अनुसार ईडी की टीमों ने अनिल देशमुख के नागपुर से 100 किमी दूर स्थित वड़वीरा गांव में भी छापेमारी की है. इसी गांव में देशमुख का पुराना घर भी है। दरअसल ईडी द्वारा पूछताछ के लिये भेजे गए कम के कम तीन समन के बावजूद देशमुख (72) जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए हैं। केंद्रीय एजेंसी ने उनके बेटे ऋषिकेश और पत्नी को भी तलब किया था लेकिन उन्होंने भी बयान दर्ज कराने से इनकार कर दिया।
अनिल देशमुख पर कई आरोप
ईडी ने दावा किया कि उसकी जांच में पता चला कि “महाराष्ट्र के गृह मंत्री के तौर पर काम करते हुए देशमुख ने गलत मंशा से मुंबई पुलिस के तत्कालीन सहायक पुलिस निरीक्षक (अब निलंबित) सचिन वाजे के माध्यम से विभिन्न ऑर्केस्ट्रा बार मालिकों से अवैध तौर पर लगभग 4.70 करोड़ रुपये नकद प्राप्त किए। इसके अलावा, दिल्ली स्थित छद्म कंपनियों की मदद से देशमुख परिवार ने इसमें से 4.18 करोड़ रुपये का शोधन किया और इसे श्री साई शिक्षा संस्था नाम के ट्रस्ट को मिली रकम के तौर पर प्राप्त बता बेदाग दिखाया।”
पूर्व गृह मंत्री ने सभी आरोपों को किया खारिज
देशमुख पूर्व में इन मामलों में किसी भी तरह की गड़बड़ी से इनकार कर चुके हैं और उनके वकील ने ईडी की कार्रवाई को अनुचित करार दिया था। पूर्व मंत्री ने हाल ही में उच्चतम न्यायालय में एक याचिका दायर कर ईडी द्वारा किसी भी तरह की दंडात्मक कार्रवाई के खिलाफ संरक्षण की मांग की है। उन्होंने कहा कि परमबीर सिंह ने मुंबई के पुलिस आयुक्त पद से हटाए जाने के बाद उनके खिलाफ आरोप लगाए थे।