Edited By Anil dev,Updated: 10 Aug, 2018 03:30 PM
महाराष्ट्र के पालघर जिले के नालासोपारा में आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने दक्षिणपंथी हिंदू संगठन के एक सदस्य के घर से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि हिंदू गौवंश रक्षा समिति के सदस्य वैभव राउत...
मुंबई: महाराष्ट्र के पालघर जिले के नालासोपारा में आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने दक्षिणपंथी हिंदू संगठन के एक सदस्य के घर से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि हिंदू गौवंश रक्षा समिति के सदस्य वैभव राउत को कल रात नालासोपारा पश्चिम में भंडार आली से पकड़ा गया।
Early morning visuals from Vaibhav Raut's residence in Mumbai's Nala Sopara area from where Anti-Terrorism Squad (ATS) recovered some suspicious material yesterday. Vaibhav Raut detained. More details awaited. #Maharashtra pic.twitter.com/fVeZVQRuAc
— ANI (@ANI) August 10, 2018
उन्होंने कहा ‘‘एटीएस दल ने उसके आवास और दुकान पर छापा मारा और देशी बम सहित भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया। कुछ साहित्य भी जब्त किया गया।’’ राउत को हिरासत में लेने के बाद एटीएस टीम मुंबई लौट गई जहां उससे पूछताछ की जाएगी। अधिकारी ने बताया उसे आज दोपहर अदालत के सामने पेश किए जाने की उम्मीद है। एक बयान में हिंदू जनजागृति समिति (एचजेएस) ने राउत की गिरफ्तारी को ‘‘मालेगांव भाग-दो’’ बताया।
गौरतलब है कि 29 सितंबर 2008 को नासिक जिले के मुस्लिम बहुल मालेगांव शहर में भीखू चौक के पास बम विस्फोट में छह लोगों की मौत हो गई थी और 101 अन्य घायल हो गए थे। एचजेएस के प्रदेश आयोजक सुनील घनवट ने बताया, ‘‘वैभव राउत निडर गौ संरक्षक है। वह एक संगठन - हिंदू गौवंश रक्षा समिति के जरिए सक्रिय था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वह एचजेएस के अंतर्गत हिंदू संगठन के जरिए आयोजित कार्यक्रम और प्रदर्शन में हिस्सा लेता था। ’’ हालांकि, उन्होंने दावा किया कि राउत ने पिछले कुछ महीने से किसी भी कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लिया। घनवट ने कहा कि हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं को फर्जी मामले में फंसाकर उन्हें अनावश्यक परेशान किया जाना कोई नई बात नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘आज प्रसारित खबरों को देखते हुए संदेह होता है कि वैभव राउत की गिरफ्तारी क्या मालेगांव भाग-दो मामला है?’’
सनातन संस्था क्या है?
आपको बता दें कि सनातन संस्था पर तर्कवादियों की हत्या और धर्म के नाम पर हिंसा फैलाने का आरोप लगता रहा है। पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के मामले में भी संस्था के एक कथित सदस्य को पुलिस गिरफ्तार कर चुकि है. हालांकि सनातन संस्था आरोपों से इनकार करती रही है।